चंडीगढ़: हरियाणा और पंजाब में अगले तीन दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल सहित कुल 11 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है. शनिवार हरियाणा के अंबाला, सोनीपत, कैथल, चरखी दादरी, हिसार, जींद, सिरसा, रेवाड़ी, फतेहाबाद और महेंद्रगढ़ में बारिश दर्ज की गई. हिसार में सर्वाधिक 25 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस सीजन की अब तक की सबसे अधिक बारिश है.
मानसून में 114% बारिश की संभावना: मौसम विभाग के अनुसार, इस साल हरियाणा में मानसून के दौरान औसत से 114% अधिक बारिश होने की संभावना है. सामान्य तौर पर हरियाणा में 438 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार यह 5 से 10% अधिक हो सकती है. पिछले 24 वर्षों के आंकड़ों के अनुसार, चार बार ऐसा हुआ जब मानसून की अवधि 100 से 124 दिनों तक रही. वर्ष 2008 में 109 दिन, 2013 में 124 दिन, 2019 में 109 दिन और 2021 में 118 दिन मानसून सक्रिय रहा.
Observed #Minimum #Temperature over #Punjab, #Haryana & #Chandigarh dated 31-05-2025 pic.twitter.com/fVlOxVLW8M
— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) May 31, 2025
जून में मानसून की रफ्तार पर नजर: मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की रफ्तार अभी सामान्य है, लेकिन जून में इसमें कुछ रुकावट आ सकती है. फिर भी, बारिश की संभावना अच्छी बनी हुई है. हरियाणा में मानसून के आगमन का सामान्य समय 24 से 29 जून के बीच है, लेकिन इस बार इसके समय से पहले पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, मानसून का आगमन विभिन्न मौसमी परिस्थितियों पर निर्भर करता है, जिसमें हवा का दबाव, तापमान और अन्य कारक शामिल हैं.
किसानों के लिए राहत, सतर्कता भी जरूरी: इस बारिश से किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि खरीफ फसलों की बुवाई के लिए नमी जरूरी है. हालांकि, भारी बारिश की स्थिति में निचले इलाकों में जलभराव की आशंका भी बनी हुई है. प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों के किनारे सावधानी बरतने की अपील की है. मौसम विभाग ने भी अगले तीन दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी है.