भोपाल: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश में कांग्रेस को करंट देकर दिल्ली लौट चुके हैं. इस दौरे में राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में भविष्य की कांग्रेस की जो तस्वीर दिखाई है, उसमें प्रदेश में दशकों से राज कर रहे क्षत्रपों का स्पेस कम हुआ है. राहुल गांधी ने इशारों में लेकिन स्पष्ट कहा जो लंगड़े घोड़े हैं उन्हें अब आराम करने भेजा जाएगा. जिन्हें राहुल गांधी ने स्लीपर सेल का नाम दिया है. पार्टी के भीतर रहकर कांग्रेस की फजीहत करने वाले ऐसे नेताओं पर एक्शन लेने में भी अब पार्टी देर नहीं लगाएगी.
राहुल गांधी की मंशा की झलक पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी के लक्ष्मण सिंह को लेकर दिए गए बयान में सुनाई दी. हरीश चौधरी से पूछा गया था कि क्या लक्ष्मण सिंह जैसे नेताओं पर पार्टी गौर करेगी, जो आए दिन कांग्रेस की मुश्किल बढ़ा रहे हैं. जवाब में हरीश चौधरी ने कहा था कि आने वाले दिनों में आपको इसका जवाब मिल जाएगा.
क्या कांग्रेस के क्षत्रप अब वीआरएस लेंगे?
मध्य प्रदेश में लंबे समय से गुटबाजी से जूझती रही कांग्रेस ने जिन्हें खेवनहार बनाकर पतवार सौंपी, क्या पार्टी के वही दिग्गज कांग्रेस का मर्ज बन गए हैं. क्या वजह है कि संगठन सृजन अभियान के नाम से मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सर्जरी करने आए राहुल गांधी ने घोड़े के तीसरे प्रकार के तौर पर लंगड़े घोड़े का जिक्र किया और कहा कि उन्हें छांटना है और उन्हें कहना है कि अब आप आराम करो अब बाकी लोगों को तंग करोगे तो कार्रवाई होगी.

'राहुल गांधी ने नब्ज पकड़ने में कर दी देर'
वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश भटनागर कहते हैं कि "राहुल गांधी ने नब्ज पकड़ ली है. ये ठीक है लेकिन बहुत देर कर दी. जिन्हें रिटायर करने की बात राहुल गांधी कर रहे हैं, जब चुनाव का मौका राहुल के सामने था तो उन्होंने आज की तरह नौजवान नेतृत्व को नहीं चुना था. वरना कांग्रेस की कहानी कुछ और होती. याद कीजिए सिंधिया, कमलनाथ और राहुल गांधी की तस्वीर. अब भी संशय है कि जितने जोश से राहुल घोड़ों की छंटनी की बात कहकर गए हैं वो हो पाएगी."

प्रकाश भटनागर कहते हैं कि " कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सिंधिया और सुरेश पचौरी, कांग्रेस बरसों से इन्हीं गुटों में बंटती और छंटती रही है. खैर सिंधिया और सुरेश पचौरी तो पहले ही भाजपा के हो चुके हैं. ये बिल्कुल ठीक है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की पुरानी पीढ़ी अपने हिस्से की पर्याप्त सियासत और सत्ता देख चुकी है. अब ये शक्ति के हस्तांतरण का समय है. लेकिन सवाल ये कि क्या वो भी उनके ही परिवार में होगा."

- बारात, रेस और लंगड़े घोड़ों की छटाई तय, राहुल गांधी ने बताया कैसे होगा जिलाध्यक्षों का चुनाव?
- राहुल गांधी की 5 घंटे मैराथन बैठकें, बोले-गड़बड़ी हुई तो करूंगा कार्रवाई
तो क्या लक्ष्मण सिंह पर होगी कार्रवाई?
राहुल गांधी ने जिस तरह से कहा है कि पार्टी की स्लीपर सेल पर नजर है और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. राहुल ने कहा कि अब पार्टी संगठन में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत के लहजे में भी पार्टी के विघ्नसंतोषियों के लिए यही तेवर दिखाई दिए. जब उनसे लक्ष्मण सिंह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब समय आएगा आपको सब दिखाई दे जाएगा. इशारों में उन्होंने कह दिया कि अब और आगे इस तरह के नेताओं को पार्टी नहीं झेलेगी.
