चंडीगढ़: पिछले शुक्रवार पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा का कॉन्सर्ट था. इस दौरान दो छात्र गुटों में विवाद हो गया. विवाद के दौरान दोनों गुटों में चाकूबाजी शुरू हो गई. इस दौरान यूनिवर्सिटी का एक छात्र आदित्य ठाकुर घायल हो गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. आदित्य की हत्या के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस बीच पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा है. छात्र संगठनों ने अब विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दे डाली है.
छात्र संगठन ने दी चेतावनी: दरअसल, पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र आदित्य ठाकुर की हत्या के बाद से पूरे विश्वविद्यालय में आक्रोश देखने को मिल रहा है. छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी है कि उनकी मांगें पूरी की जाए. वरना वे उग्र तरीके से विरोध प्रदर्शन करेंगे. 29 मार्च से ही लगातार छात्र संगठनों का प्रदर्शन जारी है. बावजूद इसके प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. इससे छात्रों का गुस्सा और भी बढ़ गया है.
छात्रों का प्रदर्शन देख पुलिस बल तैनात: छात्र संगठनों ने डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर के कार्यालय पर ताला जड़कर प्रशासन को यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वे किसी भी प्रकार के बहाने को सहन नहीं करेंगे. छात्रों का कहना है कि यदि प्रशासन ने अब भी काम नहीं किया, तो यह ताले केवल दफ्तरों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि प्रशासन की नीतियों और पदों को भी प्रभावित करेंगे. छात्रों के उग्र रूप को देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. छात्र संगठनों का कहना है कि अगर पहले प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए होते, तो आज यह स्थिति नहीं बनती.
ये है छात्र संगठन की मांग:छात्र संगठन की मांग है कि आदित्य ठाकुर हत्याकांड के दोषियों को तुरंत सजा दी जाए. सुरक्षा में विफल रहे मुख्य सुरक्षा अधिकारी, DSW और कुलपति तुरंत इस्तीफा दें. छात्रों की सुरक्षा के लिए ठोस और स्थायी समाधान लागू किया जाए. छात्र संगठन का कहना है कि यदि इन मांगों को न माना गया, तो विश्वविद्यालय में विरोध का अगला चरण और भी तीव्र होगा. यदि प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से नहीं निभाया तो आंदोलन इतना व्यापक होगा कि विश्वविद्यालय का हर छात्र इसमें शामिल होगा.
छात्र संगठन संग की गई बैठक: छात्र संगठन के विरोध को देखते हुए मंगलवार को यूनिवर्सिटी के वीसी दफ्तर में इमरजेंसी बैठक की गई. बैठक में प्रशासन की ओर से प्रो मीनाक्षी शर्मा, प्रो. नंदिता सिंह और DSW अमित चौहान मौजूद थे. वहीं, छात्र संगठनों की ओर से गौतम भोरी, उग्गर गुडारा, अवतार सिंह, रोहित शर्मा, तेजस्वी और PUCSC उपाध्यक्ष अर्चित गर्ग ने हिस्सा लिया. हालांकि बैठक से छात्र संगठन संतुष्ट नहीं हुए. छात्र संगठनों ने साफ कह दिया कि अब कोई बकवास नहीं चलेगी, सिर्फ कार्रवाई चाहिए. इसके बाद छात्र संगठनों ने बैठक से बाहर आकर नारेबाजी कर अपनी नाराजगी जाहिर की.बता दें कि छात्र संगठन के इस विरोध में मृत स्टूडेंट आदित्य के पिता प्रदीप ठाकुर भी शामिल हुए.
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