राजधानी में बंद होंगी बसें, फर्राटा भरते दिखेंगी मोहन सरकार की इलेक्ट्रिक सवारी
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मोहन सरकार लाएगी बड़ा बदलाव, राजधानी भोपाल से पूरी तरह गायब होंगी सिटी लिंक की बसें, जानें सरकार का प्लान

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : July 8, 2025 at 7:53 PM IST
भोपाल : राजधानी भोपाल के रहवासियों के लिए बुरी खबर है. दरअसल, अगस्त से शहर में सार्वजनिक बस परिवहन की सुविधा बंद होने वाली है. 2 साल पहले नगर निगम सीमा क्षेत्र में भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड यानी बीसीएलएल द्वारा 368 बसों का संचालन किया जा रहा था. लेकिन इन दो सालों में करीब 282 सिटी बसों को बंद कर दिया गया था. वहीं अब बची हुई 86 बसों को भी बंद किया जा सकता है.
दो साल में 90 प्रतिशत यात्री घटे
सरकारी आकड़ों के मुताबिक दो साल पहले तक शहर के 24 मार्गों में 368 बसों का संचालन किया जा रहा था. इसमें प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख यात्री सफर करते थे. लेकिन बसों की संख्या और रुट में कमी होने से वर्तमान में प्रतिदिन 10 से 12 हजार यात्री ही सफर कर रहे हैं. यानी बीते दो सालों में 90 प्रतिशत से अधिक यात्री कम हुए हैं.

हालांकि, जो लोग अभी इन बसों पर यात्रा कर रहे हैं, उनकी परेशानी भी कम नहीं है. बसों में भीड़ और घंटों इंतजार यात्रियों के लिए मुसीबत का कारण बन गया है.
पहले 5 से 10 मिनट में मिलती थी बस
साल 2024 के पहले तक सड़क पर 368 सिटी बसें थीं, जिससे बसों की फ्रिक्वेंसी 5 से 10 मिनट रहती थी. यानी बस स्टॉप पर हर 5 से 10 मिनट में यात्रियों को नई बस मिल जाती थी. लेकिन अब इन मार्गों पर लोगों को आधे से एक घंटा इंतजार करने के बाद भी बस नहीं मिल रही है. सबसे अधिक इस्तेमाल इन बसों का स्टूडेंट और नौकरीपेशा लोग करते हैं.

लेकिन समय निश्चित नहीं होने से यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी देर हो जाती है. इसलिए अब यात्री भी इन बसों से किनारा कर रहे हैं.
अगस्त में बंद हो जाएंगी सभी बसें
भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में जिन रुटों पर बसों का संचालन हो रहा है, उनके अनुबंध समाप्त हो रहे हैं. 23 जुलाई से इन बसों का संचालन धीरे-धीरे बंद होगा. पहले चरण में 35 बसें बंद होंगी. इसके बाद अगस्त महीने तक सभी बसें पूरी तरह बंद हो जाएंगी.
तो फिर भोपाल में दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक बसें?
वहीं, इस मामले में नगर निगम भोपाल के आयुक्त हरेंद्र नारायण ने कहा, '' बसों के अनुबंध समाप्त होने के बाद नए सिरे से टेंडर बुलाए जाएंगे, इसके बाद फिर बसों का संचालन शुरु होगा. हालांकि, यदि फिर से टेंडर बुलाए जाएंगे तो इसमें भी 15 से 20 दिनों का समय लगेगा. इस दौरान बस सेवा बंद रहेगी.'' वहीं माना जा रहा है कि पुरानी बसों को बंद करने के बाद सीधे इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत हो सकती है.
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डिपो में सड़ रहीं 149 सिटी बसें
बता दें कि बाग सेवनिया डिपो में बीसीएलएल की 149 बसें करीब 16 महीने से खड़ी हैं. यह बसे ऑपरेटर मां एसोसिएट्स की हैं. नगर निगम की होल्डिंग कंपनी भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड के अधिकारियों के मुताबिक टिकट कलेक्शन करने वाली चलो ऐप के काम छोड़ने की वजह से 149 बसों का संचालन रूक गया था. हालांकि, चलो ऐप ने अपना बकाया जमा कर दिया है, लेकिन अब ऑपरेटर मां एसोसिएटस बसें संचालित करने को तैयार नहीं है. ऑपरेटर एक साल से खड़ी बसों का भुगतान मांग रहा है.
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ई-बसों के लिए करना होगा इंतजार
दरअसल, मध्यप्रदेश में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर, ग्वालियर और उज्जैन में 582 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाना है. इनमें से भोपाल को 100 बसें और इंदौर को 150 बसें मिलनी है. हालांकि, भोपाल में ई-बसों के संचालन को दो साल पहले मंजूरी मिल चुकी है. लेकिन अब तक बसों की डिलेवरी के लिए कोई सूचना नहीं आई. अधिकारियों का कहना है कि नवंबर या दिसंबर महीने में ई बसें भोपाल को मिल सकती हैं.

