दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बघेरा से कोटनी मार्ग पर नई सरकारी शराब दुकान खुलने की प्रक्रिया चल रही है. इसके विरोध में आसपास के 10 गांव के सैकड़ों लोगो ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया.ग्रामीणों का कहना है कि यदि शराब दुकान खुलती है तो आसपास के गांव में आपराधिक गतिविधियां और भी बढ़ जायेगी. SDM की समझाइश के बाद प्रदर्शनकारी शांत होकर वापस लौट गए.
शराब दुकान खोले जाने का विरोध: दरअसल सरकार ने 20 जून को बघेरा कोटनी मार्ग पर नई शराब दुकान खोले जाने की निविदा मंगाई है. शराब दुकान से 10 गांव प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में प्रभावित ग्रामीण लामबंद हुए और दुर्ग कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे. इस प्रदर्शन में महिलाएं और बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल हुए.
10 गांव के लोगों ने किया प्रदर्शन: दुर्ग कलेक्ट्रेट में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने नारेबाजी की और कलेक्ट्रेट जाने वाले मार्ग को बाधित कर दिया और धरने पर बैठ गए. करीब ढाई घंटे तक ये लोग जमीन पर बैठकर राज्य सरकार के द्वारा खोली जा रही नई शराब दुकान का विरोध करते रहे.
शराब भट्टी बंद कराई जाए. हमारे बच्चों का भविष्य बिगड़ जाएगा. आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी. वहां सुनसान इलाका है, लाइट नहीं, सुरक्षा का खतरा रहेगा. हम दस गांव के लोग प्रभावित हैं. सरकार को चाहिए तो हम हजार रुपया वापस कर देंगे लेकिन दारु भट्टी न खोलें: केशरी साहू,प्रदर्शनकारी महिला
दारु पीकर आते हैं तो घर में झगड़ा करते हैं. क्राइम बढ़ेगा. बच्चे भी पीना सीख जाएंगे: फाल्गुनी साहू,प्रदर्शनकारी
आबकारी विभाग के खिलाफ फूटा गुस्सा: ग्रामीणों की मांग को समर्थन देने के लिए कांग्रेस के पूर्व विधायक अरुण वोरा समेत अन्य कांग्रेस के जनप्रतिनिधि भी पहुंचे. लेकिन कलेक्टर का दौरे बाहर होने के कारण सभी प्रदर्शनकारी नीचे बैठकर सरकार की नीतियों का विरोध करते रहे. इस बीच पुलिस के अधिकारी इन्हें लगातार समझाते रहे.
जनता का हित सर्वोपरी है, लेकिन भाजपा शिक्षा के मंदिर को बंद कर दारू का अड्डा खोल रही है. शासन से अनुरोध है कि स्कूल, मंदिर के पास दारु भट्टी खोलना छत्तीसगढ़ के भविष्य से खिलवाड़ होगा: अरुण वोरा,पूर्व विधायक,दुर्ग शहर
ग्रामीणों को मिला प्रशासन से आश्वासन: SDM हितेश पिस्दा ने बताया कि आबकारी विभाग से चर्चा करने के बाद उन्हें आश्वस्त कर दिया है कि उनकी मांग को शासन स्तर पर भेजकर निराकरण किया जायेग, तब कहीं जाकर ग्रामीण शांत होकर वापस लौटे. फिलहाल टेंडर खुलने के मामले का निराकरण कर दिया जाएगा, लेकिन अंतिम फैसला शासन स्तर पर ही किया जाएगा.
जिला दुर्ग में मदिरा दुकान खोलने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया. शासन स्तर पर बात की गई है. ज्ञापन को भेज दिया जाएगा. शासन जो भी निर्णय लेगा, उसे ग्रामीणों को बताया जाएगा: हितेश पिस्दा,एसडीएम,भिलाई नगर
नई आबकारी नीति के अनुसार इस साल छत्तीसगढ़ में कुल 67 नई शराब दुकान खोली जानी है. जिसको लेकर जनता का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है.