जयपुर: भगवान महावीर स्वामी की जयंती गुरुवार को पूरे राजस्थान में उत्साहपूर्वक मनाई गई. जिला मुख्यालयों पर शोभायात्राएं निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने भाग लिया. झालावाड़ में जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्मदिवस पर जैन समाज की ओर से शोभायात्रा का आयोजन किया गया. शोभायात्रा बड़े बाजार जैन मंदिर से एसबीआई बैंक मंगलपुरा होते हुए फिर से जैन मंदिर आकर समाप्त हुई. इस मौके पर भगवान महावीर स्वामी की झांकी सुसज्जित रथ पर सजाई गई. बाद में श्रद्धालुओं ने रथ को अपने हाथों से खींचा. शोभायात्रा के पूरे मार्ग को रंगोली, फूलों तथा धार्मिक झंडों से सजाया गया था. शोभायात्रा में शामिल हुए लोग 'अहिंसा परमोधर्म:', 'जियो और जीने दो' जैसे नारों का उद्घोष कर रहे थे.
आयोजन से जुड़े समाजसेवी मुकेश जैन ने बताया कि शहर में जैन समुदाय की ओर से शोभायात्रा से पहले सुबह मंदिरों में भगवान महावीर की भव्य झांकी सुसज्जित की गई. बाद में इसे रथ पर बिठाकर पूरे शहर में शोभायात्रा निकाली गई. पूरे मार्ग को रंगोली, फूलों और धार्मिक झंडों से सजाया गया है.
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शोभायात्रा में बैंड-बाजे, भजन मंडलियां और सांस्कृतिक झांकियां भी शामिल की गई. इसमें भगवान महावीर के जीवन और उपदेशों को दर्शाया गया. शोभायात्रा में बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी पारंपरिक परिधान पहनकर शामिल हुए. उन्होंने बताया कि महावीर स्वामी के उपदेशों को ध्यान में रखते हुए जिले में कई स्थानों पर जल सेवा, फल वितरण और चिकित्सा शिविर लगाए गए. इससे समाज सेवा का संदेश दिया गया. उन्होंने बताया कि शोभायात्रा का मुख्य उद्देश्य भगवान महावीर के सिद्धांतों जैसे सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य का प्रचार-प्रसार करना है. यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक भावनाओं को सशक्त करता है, बल्कि समाज में भाईचारे और नैतिक मूल्यों को भी बढ़ावा देता है.
अजमेर में निकाली 40 से अधिक झांकियां: महावीर जयंती पर सकल जैन समाज की ओर से शोभायात्रा के साथ 40 से भी अधिक मनमोहक झांकियां निकाली गई. बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग शोभायात्रा में शामिल हुए. इनमें कई लोग धर्म पताका लेकर शोभायात्रा में पैदल चल रहे थे. करीब ढाई किलोमीटर लंबी शोभायात्रा का आगाज केसरगंज स्थित दिगंबर जैसवाल जैन मंदिर से हुआ. यह शोभायात्रा प्रमुख मार्गों से गुजरी. शोभायात्रा में स्वर्ण रथ समेत 13 रथ शामिल हुए. शोभायात्रा में पहली बार 41 जैन संत और साध्वियां भी शामिल रही. इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष विधायक वासुदेव देवनानी और भाजपा शहर अध्यक्ष रमेश सोनी समेत कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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उदयपुर में धूमधाम से मनाई महावीर जयंती: राजस्थान के उदयपुर में गुरुवार को महावीर जयंती धूमधाम से मनाई गई. शहर के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए. शहर में शोभायात्रा निकाली गई. यह टाउन हॉल स्थित नगर निगम प्रांगण से प्रारंभ हुई और सूरजपोल, बापू बाजार, दिल्ली गेट व घंटाघर हाथी पोल शहर के मुख्य मार्ग से गुजरती हुई फिर से नगर निगम प्रांगण में पहुंची. शोभायात्रा में हाथी, घोड़े, बैंड स्केटिंग वाले बच्चे व 1008 दो पहिया वाहन और 21 झांकियां मुख्य आकर्षण के केंद्र रहे. कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी शामिल हुए.

बाड़मेर में निकली भव्य शोभायात्रा: भगवान महावीर के 2624वें जन्मोत्सव के अवसर पर बाड़मेर में जैन समाज की ओर से भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया. शोभायात्रा का शहर भर में फूलों से स्वागत हुआ. शोभायात्रा में शामिल भगवान महावीर स्वामी के जीवन सहित जैनधर्म के विभिन्न विषयों पर सजाई गई झांकियां आकर्षण का केंद्र रही. यह शोभायात्रा शहर के जैन न्याति नोहरे से शुरू होकर करमुजी की गली, विद्यापीठ, ढाणी बाजार, लक्ष्मी बाजार, सदर बाजार, गांधी चौक, स्टेशन रोड, अहिंसा सर्किल सुभाष चौक और हमीरपुरा सहित विभिन्न मार्गों से होकर आराधना भवन पहुंची. इससे पूर्व शहर में लोगों ने जेसीबी पर खड़े होकर फूलों की वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया.

बूंदी में प्रभात फेरी निकाली: भगवान महावीर स्वामी की जयंती गुरुवार को जिलेभर में धूमधाम से मनाई गई. सकल जैन समाज की ओर से जयंती कार्यकमों की प्रभात फेरी से शुरुआत हुई. दोपहर में मल्लाशाह मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई. शोभा यात्रा नाहर का चोहट्टा, तिलक चौक, सदर बाजार, नागदी बाजार, मीरा गेट, महावीर सर्किल, एक खंभे की छतरी, कोटा रोड होते हुए चौगान जैन मंदिर पहुंच संपन्न हुई. सकल जैन समाज के अध्यक्ष संजय कुमार जैन ने बताया कि दोपहर में शहर में निकाली गई शोभायात्रा में जैन समाज की महिलाओं का बैंड आकर्षण का केंद्र बना रहा.