देवघर: 11 जुलाई से श्रावणी मेला शुरू हो रहा है. श्रावणी मेले की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री खुद नजर बनाए हुए हैं. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर जिले के सभी अधिकारी अभी से ही काम में जुट गए हैं. श्रावणी मेले से ठीक पहले देवघर जिले में नए उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को जिम्मेदारी दी गई है.
सोमवार को पदभार ग्रहण करते ही देवघर जिले के नए उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने श्रावणी मेले की तैयारी को लेकर जिले के सभी पदाधिकारियों से जानकारी ली. इसके साथ ही काम को युद्ध स्तर पर किए जाने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया. उपायुक्त के निर्देश मिलने के बाद कांवरियों की सुविधा को बढ़ाने के लिए कर्मचारियों को काम में लगा दिया गया है. क्षेत्र में अभी से ही कांवरिया पथ पर बिजली की व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है. वहीं सड़क निर्माण भी शुरू हो चुका है. इसके अलावा सभी विभागों को संसाधन इंतजाम करने के लिए आदेश जारी किए गए हैं.
सिविल सर्जन ने बताया कि मेले के दौरान पूरे जिले में 218 चिकित्सा पदाधिकारी की आवश्यकता होती है. लेकिन वर्तमान में पूरे जिले में सिर्फ 30 चिकित्सा पदाधिकारी हैं. 190 चिकित्सा पदाधिकारी की राज्य सरकार से मांग की गई है. इसके अलावा मेला क्षेत्र में कुल 529 पारा मेडिकल स्टाफ की आवश्यकता होती है. लेकिन वर्तमान में 219 पारा मेडिकल स्टाफ पूरे जिले में काम कर रहे हैं. इसलिए अतिरिक्त स्टाफ की मांग के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से राज्य सरकार को सूचित कर दिया गया है.
वहीं एंबुलेंस, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, औषधि निरीक्षक के लिए भी राज्य सरकार को जानकारी दे दी गई है, ताकि 11 जुलाई से पहले जिले के 32 सरकारी शिविरों में चिकित्सकों की तैनाती की जा सके.
कोरोना के खतरे को देखते हुए सिविल सर्जन जुगल प्रसाद चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से जो भी गाइडलाइन दिए जाएंगे. उसके अनुसार सावन में आए कांवरियों से आदेश का पालन कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि सावन के दौरान झारखंड में भी कोरोना के एक्टिव केस देखे जाएंगे तो जो भी कांवरियां आएंगे उनसे मास्क और सेनेटाइजर के उपयोग के लिए अपील की जाएगी.
देवघर श्रावणी मेले में सुल्तानगंज से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दुम्मा से खजुरिया तक रास्ते को सुगम बनाया जा रहा है. सावन से पहले आने वाले कांवरियों ने कहा कि वर्तमान की बात करें तो अभी व्यवस्था शून्य के बराबर हैं. लेकिन उम्मीद है कि इस बार के सावन में पिछली बार से ज्यादा इंतजाम किए जाएंगे.
श्रावणी मेले को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि आने वाले एक सप्ताह में दुम्मा से खजुरिया तक बालू बिछाने का काम शुरू हो जाएगा. इसके अलावा जगह-जगह पर कांवरियों के आराम के लिए शिविर भी बनाए जाएंगे. वहीं श्रद्धालुओं ने कहा कि नए डीसी के आने से लोगों की उम्मीद और भी बढ़ गई है. इसलिए इस बार के इंतजाम को लेकर श्रद्धालु अभी से उत्सुक हैं.
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