ETV Bharat / state

कोल्हान में नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी, डीजीपी खुद करेंगे मॉनिटरिंग - MAJOR OPERATION AGAINST NAXALS

कोल्हान के जंगलों में छिपे टॉप माओवादियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने की तैयारी है. रांची से राजेश कुमार सिंह की रिपोर्ट

MAJOR OPERATION AGAINST NAXALS
नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : April 14, 2025 at 10:01 AM IST

Updated : April 14, 2025 at 12:53 PM IST

2 Min Read

रांची: माओवादियों के खिलाफ सीआरपीएफ और पुलिस की चौतरफा घेराबंदी अब निर्णायक जंग की ओर बढ़ती दिख रही है. झारखंड के ज्यादातर जिलों से उखाड़ने के बाद कोल्हान के घने जंगल और पहाड़ियों का फायदा उठाकर लैंड माइंस की आड़ में छिपे टॉप माओवादियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने की तैयारी है.

वहीं इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए खुद डीजीपी अनुराग गुप्ता सुबह 9:30 अपनी टीम के साथ पहुंच चुके हैं. वह यहां शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.

दरअसल कोल्हान क्षेत्र में ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. 12 अप्रैल को आईईडी की चपेट में आने से झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान शहीद हो गए थे. 13 अप्रैल को टेंडर ग्राम स्थित जगुआर मुख्यालय में श्रद्धांजलि देते वक्त मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साफ कहा था नक्सलवाद पूरे देश की समस्या है, जो अब समाप्ति की ओर है. हमारे जवानों की आहुति जाया नहीं जाएगी.

माओवादियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता चाईबासा का दौरा कर सकते हैं. उनके साथ आईजी अभियान के अलावा दूसरे पुलिस अधिकारी भी रहेंगे. इस दौरान प्लान तैयार किया जाएगा कि जंगल, पहाड़ी और लैंड माइंस की आड़ में छुपकर बैठे टॉप माओवादियों को कैसे सरेंडर करने के लिए बाध्य किया जाए. क्योंकि इसी क्षेत्र में माओवादियों का पोलित ब्यूरो सदस्य और एक-एक करोड़ का इनामी मिसिर बेसरा और केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल दा उर्फ तूफान उर्फ पतिराम मांझी उर्फ पतिराम मरांडी के छिपे होने की संभावना है. दोनों टॉप माओवादी मूल रूप से गिरिडीह जिला के पीरटांड़ के रहने वाले हैं. दरअसल, माओवादियों ने कोल्हान के जंगलों में तरह-तरह के लैंड माइंस बिछा रखा है, जो सुरक्षा बलों के ऑपरेशन के दौरान बाधक बन रहे हैं. लिहाजा, बृहद ऑपरेशन चलाने की तैयारी की जा रही है. चाईबासा में 22 दिन के भीतर सुरक्षा बलों को दूसरा बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. 22 मार्च 2025 को चाईबासा में ही नक्सलियों से लोहा लेते हुए सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुनील मंडल वीरगति को प्राप्त हुए थे. छोटानागरा थाना क्षेत्र के जंगली क्षेत्र में पूर्व में लगाए गए आईईडी की चपेट में आए थे.

ये भी पढ़ें: खौफ में लाल आतंक! युद्ध विराम के लिए सरकार को लिखा पत्र, संगठन में बिखराव के संकेत

लातेहार पुलिस ने तोड़ी नक्सली संगठन टीएसपीसी की कमर, हथियार के साथ 6 नक्सली गिरफ्तार

चाईबासा में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान आईईडी ब्लास्ट, एक जवान शहीद

रांची: माओवादियों के खिलाफ सीआरपीएफ और पुलिस की चौतरफा घेराबंदी अब निर्णायक जंग की ओर बढ़ती दिख रही है. झारखंड के ज्यादातर जिलों से उखाड़ने के बाद कोल्हान के घने जंगल और पहाड़ियों का फायदा उठाकर लैंड माइंस की आड़ में छिपे टॉप माओवादियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने की तैयारी है.

वहीं इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए खुद डीजीपी अनुराग गुप्ता सुबह 9:30 अपनी टीम के साथ पहुंच चुके हैं. वह यहां शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.

दरअसल कोल्हान क्षेत्र में ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. 12 अप्रैल को आईईडी की चपेट में आने से झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान शहीद हो गए थे. 13 अप्रैल को टेंडर ग्राम स्थित जगुआर मुख्यालय में श्रद्धांजलि देते वक्त मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साफ कहा था नक्सलवाद पूरे देश की समस्या है, जो अब समाप्ति की ओर है. हमारे जवानों की आहुति जाया नहीं जाएगी.

माओवादियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता चाईबासा का दौरा कर सकते हैं. उनके साथ आईजी अभियान के अलावा दूसरे पुलिस अधिकारी भी रहेंगे. इस दौरान प्लान तैयार किया जाएगा कि जंगल, पहाड़ी और लैंड माइंस की आड़ में छुपकर बैठे टॉप माओवादियों को कैसे सरेंडर करने के लिए बाध्य किया जाए. क्योंकि इसी क्षेत्र में माओवादियों का पोलित ब्यूरो सदस्य और एक-एक करोड़ का इनामी मिसिर बेसरा और केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल दा उर्फ तूफान उर्फ पतिराम मांझी उर्फ पतिराम मरांडी के छिपे होने की संभावना है. दोनों टॉप माओवादी मूल रूप से गिरिडीह जिला के पीरटांड़ के रहने वाले हैं. दरअसल, माओवादियों ने कोल्हान के जंगलों में तरह-तरह के लैंड माइंस बिछा रखा है, जो सुरक्षा बलों के ऑपरेशन के दौरान बाधक बन रहे हैं. लिहाजा, बृहद ऑपरेशन चलाने की तैयारी की जा रही है. चाईबासा में 22 दिन के भीतर सुरक्षा बलों को दूसरा बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. 22 मार्च 2025 को चाईबासा में ही नक्सलियों से लोहा लेते हुए सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुनील मंडल वीरगति को प्राप्त हुए थे. छोटानागरा थाना क्षेत्र के जंगली क्षेत्र में पूर्व में लगाए गए आईईडी की चपेट में आए थे.

ये भी पढ़ें: खौफ में लाल आतंक! युद्ध विराम के लिए सरकार को लिखा पत्र, संगठन में बिखराव के संकेत

लातेहार पुलिस ने तोड़ी नक्सली संगठन टीएसपीसी की कमर, हथियार के साथ 6 नक्सली गिरफ्तार

चाईबासा में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान आईईडी ब्लास्ट, एक जवान शहीद

Last Updated : April 14, 2025 at 12:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.