झालावाड़: जिले के सरोला कस्बे में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां मेंटनेंस के लिए किए गए शटडाउन के दौरान लाइन को बिना सूचित किए चालू कर दिया गया. ऐसे में विद्युत कार्य कर रहे विद्युतकर्मी की करंट की चपेट में आने से झुलसकर मौत हो गई. सूचना के बाद मौके पर मृतक के परिजन पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया.
परिजन दोषी विद्युत कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग रहे थे. बाद में सूचना पर पुलिस भी मय जाप्ता के पहुंची व शव को कब्जे में लेकर खानपुर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. इधर मामला बढ़ता देख खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर मौके पर पहुंचे व परिजनों को सांत्वना देकर मामला शांत कराया. इसके बाद मौके पर पहुंचे विद्युत विभाग के अधिकारियों व परिजनों के बीच बातचीत के बाद 5 लाख रुपए की मुआवजा राशि देने की घोषणा की गई.
इस संबंध में जानकारी देते हुए विद्युत विभाग के एसई विशंभर सहाय ने बताया कि गांव भुमारी निवासी विद्युतकर्मी दिनेश मीणा गुरुवार को शटडाउन लेकर विद्युत कार्य कर रहा था. इसी दौरान विद्युत लाइन चालू किए जाने से करंट की चपेट में आ गया. जिसके कारण उसकी मौत हो गई. परिजनों ने विद्युत कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा उचित मुआवजा देने की मांग की थी.
विद्युत विभाग के द्वारा मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए का मुआवजा राशि देने की घोषणा की गई है. वहीं, मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए की बीमा राशि मिलेगी. मृतक की पत्नी को इपीएस पेंशन राशि दी जाएगी. इससे पहले मौके पर पहुंचे सुरेश गुर्जर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई व जिम्मेदार विद्युत कर्मियों पर कार्रवाई करने को कहा. इधर सरोला थाना प्रभारी दौलतराम साहू ने बताया कि विद्युतकर्मी के पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई है. फिलहाल, इस मामले में परिजनों के द्वारा कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.