देहरादून: यदि आप भी गर्मियों की छुट्टी में तीर्थ नगरी ऋषिकेश या उसके आसपास के इलाकों में घूमने आ रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. क्योंकि उत्तराखंड पुलिस ने पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों के लिए कुछ एडवाइजरी जारी हैं, जिसमें पुलिस आपको कई जगहों पर जाने से रोक भी सकती है.
दरअसल, ऋषिकेश के आसपास पौड़ी गढ़वाल और टिहरी गढ़वाल जिले में गंगा किनारे कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पर लापरवाही के कारण कई बार पर्यटक गंगा में डूबते हैं. गर्मियों के सीजन में बड़ी संख्या में पर्यटक ऋषिकेश और आसपास के इलाकों में घूमने आते हैं. इसलिए इस तरह की घटनाएं बढ़ने की ज्यादा आशंका रहती है. ऐसे में पौड़ी गढ़वाल पुलिस की तरफ से ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों के लिए कुछ जगहों को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है. यह वह गंगा तट है, जहां पर सबसे अधिक हादसे हो रहे हैं.
पौड़ी पुलिस ने एक टीम भी बनाई है, जो पर्यटकों को वहां जाने से न केवल रोकेगी, बल्कि लोगों को जागरूक भी करेगी. पौड़ी पुलिस का कहना है कि ऋषिकेश के पास लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र में पुलिस ने उन घाटों पर पर्यटकों के जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है, जहां लोगों के डूबने की सबसे ज्यादा आशंका रहती है.
पुलिस का कहना है कि लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र में कई इलाके ऐसे हैं, जहां किनारे पर तो गंगा में पानी का लेवल कम है, लेकिन थोड़ा से आगे बढ़ते ही पानी काफी गहरा हो जाता है. ऐसे में पर्यटक भी बिना सोचे-समझे गंगा में उतर जाते हैं और अक्सर डूब जाते हैं. इसलिए पुलिस ने इन इलाकों में चेतावनी भी लिखवाई है.
इसके साथ ही पुलिस लाउडस्पीकर से भी अनाउंसमेंट कर बता रही है कि पर्यटकों के लिए कौन से घाट सुरक्षित है. आने वाले दिनों में मानसून के दौरान गंगा का लेवल और बढ़ जाता है. ऐसे में पुलिस ने अभी से यह एक्सरसाइज भी शुरू कर दी है कि पर्यटकों को यह बताया जाए कि आपके लिए कौन सी जगह गंगा स्नान के लिए सुरक्षित रहेगी.
बता दें कि लक्ष्मण झूला और राम झूला के नीचे बने मिट्टी के टापू में जाकर न केवल समय बिताते हैं, बल्कि वहां पर नहाते भी हैं. ऐसे में शांत पानी और गहराई का अंदाजा न होने की वजह से आए दिन ऋषिकेश में लोगों के साथ भी हादसे होते हैं. लिहाजा अगर आप ऋषिकेश आ रहे हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पुलिस द्वारा जिन घाटों को खतरनाक बताया गया है, उन घाटों पर स्नान न करें.
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