केकड़ी: सावर थाना पुलिस ने क्षेत्र में एक फार्म हाउस में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हुए मिलावटी दूध बनाने वाले रैकेट का खुलासा किया है. पुलिस ने दूध में मिलावट करने के काम आने वाली सामग्री भी जब्त की है. पुलिस ने मौके से 2600 लीटर मिलावटी दूध भी नष्ट करवाया है. मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सावर थाना पुलिस के अनुसार फार्म ग्राम पंचायत सरपंच के पति आशाराम मीणा का है. फिलहाल मुख्य आरोपी आशाराम मीणा फरार है.
सावर थाना अधिकारी बनवारी लाल मीणा ने बताया कि मालियों का नया गांव में नकली दूध बनाने की सूचना मिली थी. सूचना पर कार्रवाई करते हुए मालियों का नयागांव स्थित खेत की चारदीवारी के अंदर टीन शेड के नीचे मिलावटी दूध बड़े पैमाने पर बनाने का काम किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि मौके पर पाई गई बीएमसी मशीन में मिलावटी दूध भरा हुआ था. ऑयल, दूध पाउडर एवं रासायनिक पदार्थ कास्टिक सोडा, सल्फ्यूरिक एसिड डालकर दूध में फैट बढ़ाने का काम किया जा रहा था. इन सामग्रियों के मिश्रण से मिलावटी दूध तैयार किया जा रहा था.
इनको किया गिरफ्तार: थाना प्रभारी बनवारी लाल मीणा ने बताया कि पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी दिनेश उर्फ दीपू, महावीर, सांवरिया रेगर, आशीष मीणा को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने फार्म हाउस से एक बोलेरो पिकअप, 2600 लीटर मिलावटी दूध, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, ऑयल के तीन खाली पीपे एवं एक भरा हुआ पीपा, 5 किलो मिल्क पाउडर के पैकेट, 5 लीटर सल्फ्यूरिक एसिड सहित 13 प्लास्टिक की केन जब्त की है.
सल्फ्यूरिक एसिड से तैयार किया जा रहा था मिलावटी दूध: उन्होंने बताया कि मिलावटी दूध बनाने के लिए घातक सल्फ्यूरिक एसिड का इस्तेमाल किया जा रहा था. इसका इस्तेमाल आरोपी दूध में फेट को बढ़ाने के लिए कर रहे थे. सल्फ्यूरिक एसिड की कुछ बूंदें ही मानव शरीर के लिए घातक है. इसके इस्तेमाल वाले दूध से किसी की जान तक जा सकती है.
कोटा शहर में करता था सप्लाई: पुलिस पड़ताल में सामने आया कि मालियों का नयागांव में काफी दिनों से मिलावटी दूध बनाने का अवैध कारोबार चल रहा था। सरपंच पति आशाराम मीणा के फार्म हाऊस पर लोटस कंपनी की बीएमसी लगी हुई है. आरोपी गुलाबपुरा से रोजाना 1500 लीटर दूध खरीदता था और स्वयं की पिकअप से रात को फार्म पर लाता. इसके बाद फार्म हाउस पर रासायनिक पदार्थ मिलाकर मिलावटी दूध तैयार किया जाता था. 1500 लीटर दूध से 3000 लीटर मिलावटी दूध तैयार कर इसको कोटा क्षेत्र में सप्लाई किया जाता था.