दुर्ग : दुर्ग के गनियारी गांव में 14 महीने पहले हुए डबल मर्डर केस का अब तक खुलासा नहीं हो सका है.इस हत्याकांड में दादी और पोती की हत्या की गई थी.लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं.पुलिस ने इस केस को सुलझाने के लिए कई तरह की कोशिश की.लेकिन हर बार पुलिस के हाथ खाली ही रहे.आज भी पीड़ित परिवार शासन और प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है.
क्या था मामला ?: दुर्ग जिले के पुलगांव थाना क्षेत्र के ग्राम गनियारी में ये खूनी वारदात 6-7 मार्च 2024 की मध्यरात्रि हुई थी. इस हृदयविदारक घटना में अर्जुन लाल साहू की पत्नी और उनकी मासूम पोती की धारदार हथियार से गला रेंतकर हत्या की गई थी. घटना तब सामने आई जब घर का एक सदस्य सुबह पशुओं को चारा देने के लिए पहुंचा और खून से सनी दो शवों को जमीन पर देख दंग रह गया. सूचना मिलने पर फौरन फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड और दुर्ग पुलिस की कई टीमें मौके पर पहुंची. जांच तेजी से शुरू की गई, लेकिन जल्द ही स्पष्ट हो गया कि यह एक अंधा कत्ल है,जिसमें ना कोई चश्मदीद गवाह था, न कोई सुराग.

नहीं मिला अब तक कोई सुराग : पुलिस ने हर संभावित एंगल से जांच की.कई लोगों से पूछताछ की गई, संदिग्धों के पॉलीग्राफ टेस्ट कराए गए, कॉल डिटेल्स और अन्य टेक्निकल इनपुट्स खंगाले गए, लेकिन कोई ठोस सबूत सामने नहीं आ पाया. नतीजा ये हुआ कि 14 महीने बाद भी इस दोहरे हत्याकांड की गुत्थी नहीं सुलझी है. इस बीच पीड़ित अर्जुन लाल साहू एसपी से लेकर कलेक्टर और मंत्रियों तक अपनी फरियाद लेकर जा चुके हैं. हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला, लेकिन हत्यारा गिरफ्त से बाहर ही है. ऐसे में अब अर्जुन लाल का कहना है कि जब स्थानीय पुलिस इस जघन्य अपराध को सुलझाने में नाकाम रही है, तो मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए.

गनियारी डबल मर्डर केस की गंभीरता को देखते हुए एक नई जांच टीम गठित की गई है, जो हर संदेह के बिंदु पर बारीकी से जांच कर रही है. अंधे हत्याकांड को सुलझाना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन यह केस भी जल्द सुलझा लिया जाएगा- विजय अग्रवाल,एसएसपी दुर्ग

आपको बता दें कि इस हत्याकांड के बाद से ही पूरे गांव में दहशत और डर का माहौल है.क्योंकि कातिल पुलिस की पहुंच से दूर है.पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही उन्हें सफलता मिलेगी.लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा.इधर परिवार के सब्र का बांध टूटता जा रहा है.इसलिए परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है.
गांव एक लेकिन सरपंच दो, अब किसे सौंपे जनता अपना काम,देखिए अजीबो गरीब मामला
ऑपरेशन अंकुश : हत्या का आरोपी 12 साल बाद अरेस्ट, दुष्कर्मी भी सलाखों के पीछे
गंदे पानी से प्यास बुझा रहे ग्रामीण , सरकारी योजनाएं फेल, सरकारें बदली लेकिन नहीं बदली समस्या