रोहतास: पीएम नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरा पर हैं. दूसरे दिन रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे. यहीं से वर्चुअल माध्यम से कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. 11 बजे से पीएम मोदी का कार्यक्रम रखा गया है. इसकी तैयारी कर ली गयी है. पीएम के कार्यक्रम में करीब 5 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है.
ऐतिहासिक कार्यक्रम: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद संजय जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का यह कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा. पहली बार प्रधानमंत्री एक खुली जीप में बीच पंडाल से होते हुए मंच तक पहुंचेंगे. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग उनको नजदीक से देख सकेंगे. पीएम 48500 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे. लगभग 7 हजार करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और 41 हजार करोड़ के योजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा.

"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोहतास जिले में आगमन को लेकर पूरे बिहार में उत्साह है. करोड़ों रुपए की योजनाओं की शुरुआत बिहार के प्रति स्नेह को दर्शाता है. प्रधानमंत्री बिहार की धरती पर ही ऐलान करके गए थे कि पाकिस्तान के आतंकियों द्वारा की गई कार्रवाई का मुहतोड़ जवाब देंगे और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पहली बार बिहार की धरती पर आ रहे हैं." -संजय जायसवाल, सांसद, पश्चिम चंपारण
बिहार को क्या मिलेगा?: 30 मई को पीएम पटना-गया-डोभी फोरलेन, गोपालगंज टाउन फोरलेन, सासाराम और अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन पर स्वचालित सीढ़ियां, सोन नगर और मुहम्मदगंज के बीच तीसरी रेलवे लाइन तथा जहानाबाद नवोदय विद्यालय में डोरमेट्री और स्टाफ क्वार्टर का उद्घाटन करेंगे.
औरंगाबाद जिले के नबीनगर में 2400 मेगावाट की क्षमता वाले ऊर्जा संयंत्र के शिलान्यास, पटना-आरा-सासाराम फोरलेन, वाराणसी-रांची-कोलकाता सिक्स लेन के पैकेज 2 और 3 तथा 6 और 7 का शिलान्यास करेंगे. बक्सर और भरौली के बीच गंगा नदी पर पुल का शिलान्यास करने के साथ ही रामनगर कच्ची दरगाह सिक्स लेन का शिलान्यास करेंगे.
5 लाख लोग पहुंचेंगे: संजय जायसवाल ने कहा कि बिक्रमगंज में कार्यक्रम 10:00 बजे प्रातः शुरू होना है. सभा में 8:00 बजे से लोगों का आना शुरू हो गया है. करीब 5 लाख लोगों के आने की संभावना है. बिक्रमगंज में होने वाली रैली अब तक की सबसे बड़ी रैली मानी जा रही है. लोगों के लिए करीब 5 लाख कुर्सिया लगायी गयी है.
डालमियानगर कारखाना चालू करने की मांग: दूसरी ओर पीएम के आगमान को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री व विपक्षी दल राजद की वरिष्ठ नेता डॉ कांति सिंह ने डालमियानगर में रेल कारखाने को चालू कराने की मांग की है. कहा कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के द्वारा डालमियानगर में रेल कारखाने को लेकर जमीन खरीद अधिग्रहण किया गया था. जिसके बाद यह खंडहर में तब्दील हो गया.

"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग है कि लोगों की मांग के अनुरूप डालमिया नगर रेल कारखाने को पुनः चालू करने की घोषणा बिक्रमगंज की जनसभा से करें. रोहतास जिला को धान का कटोरा कहा जाता है. ऐसे में प्रधानमंत्री से मांग है कि कृषि को उद्योग का दर्जा दें." - डॉ कांति सिंह, वरिष्ठ नेता, राजद
डॉ कांति सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान सुअरा हवाई अड्डे स्थित से जनसभा से डालमिया नगर रोहतास उधोग समुह को पुर्नजीवित करने की घोषणा की थी. कई साल बीत जाने के बाद भी यह घोषणा सिर्फ चुनावी वादा बन कर रहा. अब मोदी जी आ रहे हैं तो डालमियानगर के रेल कारखाने को चालू करने का एलान करे ताकि यहं से पलायन रुके व इलाके के लोगों को रोजगार मिले.

चर्चित कारखाना है डालमियानगर: गौरतलब है कि अपने स्थापना काल 18 मार्च 1933 से 9 जुलाई 1984 तक डालमियानगर रोहतास उद्योग समूह ने औद्योगिक मानचित्र पर राज किया था. रेलवे द्वारा खरीदी गयी कैंपस में मौजूद मशीनों को कबाड़ के भाव 74 करोड़ में बेच दिया गया. पहले यहां 60 से 70 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध था. रेलवे ने वैगन रिपेयर कारखाना, 32.5 टन कैपेसिटी का फ्रेट कैरिडोर व केप्लर सहित अन्य उधोग स्थापित करने की योजना बनाई है.
रेलवे की अनुषंगी इकाई राइट्स द्वारा कारखाना लगाने की निविदा आमंत्रित की गई थी. वैगन ओवरहालिंग कार्यशाला की स्थापना के लिए 290.45 करोड़ रुपए रखा था. कंपनी कैंपस में मौजूद कबाड़ की बिक्री हो चुकी है. यह कारखाना आज खंडहर में तब्दील हो चुका है.
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