वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के 50वें दौरे पर शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे. पीएम मोदी ने काशी में लगभग ढाई घंटे के प्रवास पर सबसे पहले राजातालाब के मेहदीगंज में जनसभा की. उसके बाद योजनाओं की बारिश की. 44 योजनाओं में तमाम महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं के साथ बिजली आपूर्ति की भी एक महत्वपूर्ण योजना थी, जिसकी सौगात प्रधानमंत्री ने पूरे पूर्वांचल को दी है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1629.13 करोड़ की 19 योजनाओं का उद्घाटन और 2255.05 करोड़ की 25 योजनाओं का शिलान्यास किया. इसमें बिजली से जुड़ी 6 योजनाएं हैं. इनसे पूर्वांचल में अब निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलेगी. बिजली ट्रिपिंग की समस्या से दूर होगी और उद्योग स्थापित होंगे.
पूर्वांचल में बिजली आपूर्ति को लेकर सबसे बड़ी दिक्कत ट्रिपिंग की होती थी. इसका असर बीते साल गर्मी में ज्यादा बिजली खपत, ट्रांसफार्मर के ब्लास्ट, बिजली आपूर्ति में आ रही समस्याओं के रूप में सामने आया था, जिसमें पूर्वांचल ज्यादा प्रभावित हुआ था.
इसी क्रम में पीएम मोदी ने गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर में 400 केवी के सब स्टेशनों का लोकार्पण कर दिया. जो न सिर्फ पूरे जनपद में बिजली की दिक्कतों को दूर करेंगे, बल्कि निर्बाध आपूर्ति भी कराएंगे. इसका सबसे बड़ा फायदा आम जनमानस के साथ-साथ उद्योग कारोबार को भी मिलेगा.
इस बारे में बिजली से जुड़े कर्मचारी बताते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हम धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने इतनी बड़ी परियोजना की सौगात पूरे पूर्वांचल को दी है. इससे ट्रिपिंग की समस्या से दूर होगी. साथ ही बिजली आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आएगी. जौनपुर गाजीपुर चंदौली में बिजली की समस्या ज्यादा रहती है.
पीएम मोदी ने 220 केवी के संस्कृत विश्वविद्यालय में बनने वाले सब स्टेशन और गाजीपुर में तैयार होने वाले सब स्टेशन का शिलान्यास किया. संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में तैयार होने वाला यह सब स्टेशन 5 से 6 सब स्टेशनों को जोड़कर के चलता है. इसके तैयार होने से सबसे बड़ा लाभ बिजली प्रोडक्शन और बनारस में लगने वाले कारोबार को लाभ मिलेगा.
बता दें कि बनारस में बिजली आपूर्ति ठीक न होने की वजह से उद्योगों में सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही थी. क्योंकि, ओवरलोड के कारण ट्रिपिंग की समस्या सामने आ रही थी, जिससे प्रोडक्शन लगभग आधा हो गया था.
यही नहीं ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में बहुत सारे नए उद्योग स्थापित होने थे, लेकिन बिजली की समस्या को लेकर वह अब तक स्थापित नहीं हो पाए थे. अब बिजली के रूप में पूर्वांचल को मिलने वाली सौगात इन सभी उद्योगों के लिए पूर्वांचल का द्वारा खुलेगी और यहां पर कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा.
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