जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर में 4 दशकों से काबिज माओवाद अब समाप्ति की ओर है. लगातार जवानों के द्वारा माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में बस्तर शांति समिति ने एक बड़ी बैठक आयोजित की है.
शांति समिति की मीटिंग में कौन कौन मौजूद?: बस्तर शांति समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, फिल्म निर्देशक सुदीप्तो सेन, स्थानीय सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि, पत्रकार और नक्सल पीड़ितों के साथ स्थानीय नागरिक शामिल हैं. बस्तर में शांति के प्रयासों और नक्सलवाद के खिलाफ जंग को लेकर इस कार्यक्रम में चर्चा हो रही है. इसमें यह भी बताया जा रहा है कि कैसे नक्सलवाद ने बस्तर के लोगों का नुकसान किया है.
बस्तर नक्सलवाद से पीड़ित: बस्तर करीब चार दशक से ज्यादा समय से नक्सलवाद का सामना कर रहा है. यहां लगातार बम बारूद की आवाजें सुनाई देती है. हमारे कई जवान नक्सलवाद की वजह से शहीद हो चुके हैं. नक्सलवाद की वजह से आम लोगों को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बीते दो साल से जब से विष्णुदेव साय सीएम बने हैं और उनकी सरकार आई है. नक्सलवाद के खिलाफ जंग में तेजी देखी जा रही है. यहां कई बड़े नक्सल ऑपरेशन हुए हैं. जिसमें कई बड़े नक्सली मारे गए हैं. अब धीरे धीरे बस्तर में विकास की बयार बह रही है.
गृह मंत्री विजय शर्मा स्टेट प्लेन से जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचे. उनका भाजपा नेता कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. जिसके बाद विजय शर्मा जगदलपुर शहर के श्यामाप्रसाद मुखर्जी हॉल में पहुंचे. उन्होंने स्थानीय नागरिकों से मिलकर बस्तर हिंसा पर बनी डॉक्यूमेंट्री देखी और डीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की.