उदयपुर : राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सोमवार को उदयपुर पहुंचे. यहां उदयपुर के सीआईडी कार्यालय में दोनों नेता पेश हुए. दरअसल, कोटा में पिछले महीने कांग्रेस पार्टी की ओर से भजनलाल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसमें राजकार्य में बाधा को लेकर इन दोनों नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इसी मामले को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा और टीकाराम जूली जांच अधिकारी अनिल कुमार मीणा के सामने पेश हुए और मामले को लेकर अपने बयान दिए.
मीडिया से बातचीत करते हुए क्या बोले डोटासरा : गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कुछ महीने पहले कोटा में कांग्रेस पार्टी की ओर से सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था. इस विरोध प्रदर्शन में वो और टीकाराम जूली भी शामिल हुए थे. इस विरोध प्रदर्शन में हमने सरकार की नीतियों को खोलने का काम किया और जनता की परेशानियों को बताने का काम किया. हमने शांतिपूर्वक तरीके से अपनी बात उठाने की कोशिश की, लेकिन वहां के नेताओं और सरकार के दबाव में मामला दर्ज किया गया. इस पूरे मामले को लेकर अधिकारियों ने जयपुर ऑफिस में संपर्क कर बयान देने आने को लेकर सूचित किया. ऐसे में दोनों आज उदयपुर पहुंचे. अधिकारियों ने जो पूछा, उनका हमने जवाब दिया.
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सरकार और मदन दिलावर पर फूटे डोटासरा : उन्होंने कहा कि राजस्थान में जनता ने जन कल्याण के लिए सरकार बनाई है न कि विपक्ष की आवाज दबाने के लिए. प्रतिपक्ष के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करने के लिए नहीं बनाई गई. इस तरह के मामलों को जनता और विपक्ष बर्दाश्त नहीं करेगा. हमकर झूठे आरोप लगाए गए और दबाव में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावार के खिलाफ 14 मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन आज तक इन मामलों की कोई तफ्तीश और जांच नहीं हुई. उनको मंत्री बनाया गया है. वो हमें गालियां देने का काम कर रहे हैं. हम तो जांच के लिए उदयपुर आ गए, लेकिन मदन दिलावर को भी बुलाना चाहिए. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को कहना चाहूंगा कि इतनी ओछी हरकत नहीं करें. हमें 6 महीने के भीतरी जांच के लिए बुला लिया गया. जबकि मदन दिलावर खुले घूम रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष जूली क्या बोले : पूरे मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि पहले विधानसभा में हम लोग यह कह रहे थे कि जनता की आवाज को दबाना चाहते हैं, लेकिन अभी साबित हो गया कि विपक्ष के नेताओं की आवाज को भी दबाना चाह रहे हैं. अध्यक्ष और उनपर झूठा मुकदमा दर्ज करके परेशान करना चाह रहे हैं. आज बयान लेने के लिए बुलाया, कल जेल जाने के लिए बुलाएंगे तो भी हम तैयार हैं. राजस्थान में जिस तरह से सरकार चल रही है सरकार नहीं बल्कि सर्कस है.