पांवटा साहिब: ऐतिहासिक पांवटा साहिब गुरुद्वारा में 341वां होला मोहल्ला मेला शुरू हो चुका है. कार्यकारी डीसी सिरमौर एलआर वर्मा ने रविवार शाम को पांवटा साहिब में आयोजित होली मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया. कार्यकारी डीसी सिरमौर ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और दीप प्रज्वलित कर सांस्कृतिक संध्या का विधिवत शुभारंभ किया.
प्रेम ढिल्लों के गानों पर झूमे लोग
होला मोहल्ला मेला कार्यक्रम की शुरुआत वॉइस ऑफ सिरमौर के 6 कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों के साथ की. इन युवा कलाकारों ने अपनी गायकी और प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया. इसके बाद प्रसिद्ध गायक कुमार साहिल और अन्य कलाकारों ने भी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी. इसके अलावा स्टार कलाकार पंजाबी गायक प्रेम ढिल्लों सांस्कृतिक संध्या के मुख्य आकर्षण रहे. उनके मंच पर आते ही दर्शकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. प्रेम ढिल्लों ने मंच पर अपने गानों से ऐसा समां बांधा की पूरा पंडाल झूम उठा. युवा, महिलाएं और बच्चे सभी संगीत की धुनों पर थिरकते नजर आए. कार्यक्रम में पंजाबी गानों का जबरदस्त क्रेज देखने को मिला. पुलिस प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की, लेकिन लोगों का जोश देखते ही बन रहा था.
"मेलों में जहां हमें पहाड़ी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है. वहीं, ये मेले हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाते हैं और हमें आपसी सौहार्द और भाईचारे का संदेश देते हैं. पांवटा साहिब में भी हर साल की तरह इस साल भी होला मोहल्ला मेले में सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया गया है. जिसमें लोग प्रसिद्ध कलाकारों समेत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठा सकेंगे." - एलआर वर्मा, कार्यकारी डीसी सिरमौर

इस दौरान कार्यकारी डीसी सिरमौर एलआर वर्मा ने कहा कि गुरु की नगरी का ये मेला बहुत ऐतिहासिक है. ये सभी धर्मों के लोगों की आस्था का प्रतीक है. देवभूमि हिमाचल में हर साल मेले और त्योहारों का आयोजन धूमधाम से किया जाता है. जिनमें इलाके के लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. पांवटा साहिब में आयोजित होने वाला होला मोहल्ला मेला क्षेत्र के प्रसिद्ध मेलों में शुमार है. हजारों की संख्या में लोग इस मेले में शिरकत करते हैं. उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि सांस्कृतिक संध्याओं का आनंद लें और व्यवस्था बनाए रखें.