पन्ना : पन्ना टाइगर रिजर्व के बाघ पी-243 को सिर में लगी चोट का उपचार पूरा हो गया. इसके बाद बाघ को स्वच्छ विचरण के लिए टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया. उसका डेढ़ माह पहले घायल अवस्था में रेस्क्यू किया गया था. माना जा रहा है कि बाघों के आपसी संघर्ष में ये बाघ घायल हुआ. उसके शरीर पर गंभीर घाव थे.
बाघ का ट्रेंकुलाइजर कर उपचार किया
पन्ना टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने बुधवार को बताया "बाघ पी 243 को सिर में चोट लगी थी. उसके सिर में घाव बन गया था. इसलिए उसको ट्रेंकुलाइजर कर उपचार किया गया और उसे बुधवार को पन्ना टाइगर रिजर्व के प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव गुप्ता एवं पन्ना टाइगर रिजर्व के उपसंचालक मोहित सूद की उपस्थिति में स्वच्छ विचारण के लिए छोड़ा गया." बताया जा रहा था कि बाघ के आपसी संघर्ष के कारण उसके सिर में चोट लग गई थी, उसके सिर में घाव बन गया था और इसके कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे थे.


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अब पूरी तरह स्वस्थ है बाघ पी 243
टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा गंभीरता से लेते हुए बाघ पी 243 को 20 अप्रैल को हिनौता रेंज अंतर्गत ट्रेंकुलाइजर किया गया. पन्ना टाइगर रिजर्व अंतर्गत बड़गडी परिक्षेत्र में उसे बाड़े में रखा गया. लगातार उसका उपचार किया गया. जब उसका घाव ठीक हो गया एवं पूरी तरह से स्वस्थ हो गया तो बाघ पी 243 को स्वतंत्र छोड़ दिया गया. इस बाघ के मूवमेंट पर टाइगर रिजर्व का स्टाफ सतत निगाह रखेगा.