पन्ना : पन्ना शहर के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर हुए अतिक्रमण का मुद्दा जनसुनवाई में उठा. वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश दीक्षित व महंत पंडित राजेश्वरानंद ने शहर के मंदिरों, तालाबों, शांतिधामों एवं शासकीय जमीन के अतिक्रमण के मामले उजागर करते हुए जिला प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की. अधिवक्ता राजेश दीक्षित ने मंगलवार को पन्ना कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में आवेदन सौंप कर श्री जुगल किशोर मंदिर के पीछे स्थित प्राचीन श्री जुगल किशोर तलैया, और तालाब की मेड़ सहित पुराने जमाने के शांति धाम और प्रथम महंत के महबरे को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग उठाई.
जनसुनवाई में साक्ष्यों के साथ अतिक्रमण की शिकायत
जनसुनवाई में मांग की गई कि तालाब का पट्टा निरस्त कर जीर्णोद्धार किया जाए. इस मामले के संबंध में अधिवक्ता राजेश दीक्षित ने जनसुनवाई में खसरा, नक्शा सहित सभी साक्ष्य प्रस्तुत कर बताया है कि श्री जुगल किशोर तलैया का पट्टा बनवाकर वर्तमान में मैरिज गार्डन संचालित किया जा रहा है, लेकिन तालाब की मेड़ अभी भी शासकीय रिकॉर्ड में दर्ज है. इसके साथ ही मंदिर के पीछे श्री जुगल किशोर मंदिर के प्रथम महंत का मकबरा भी बना हुआ है, जो पुरातत्व धरोहर है. पास में ही प्राचीन कुंड और शांतिधाम के साक्ष्य भी मौजूद हैं.

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राज परिवार का अतिक्रमण भी हटवाया था
आवेदन में मांग की गई कि ये समस्त प्राचीन धरोहर अतिक्रमण मुक्त करवाने की जरूरत है. बता दें कि पिछले दिनों एडवोकेट राजेश दीक्षित द्वारा जगन्नाथ स्वामी मंदिर का रास्ता खुलवाने के लिए शिकायत की गई थी, जिस पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए राज परिवार का अतिक्रमण हटाया गया, जो रास्ता बरसों से बंद था, उसे अब खोला जा रहा है. वहीं, राजेश दीक्षित ने अब श्री जुगल किशोर मंदिर की तलैया, कुंड, मकबरा की भी शिकायत की है.