पंचकूला: पंचकूला पुलिस ने अपराध नियंत्रण और नागरिकों की सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए "स्मार्ट ई-बीट सिस्टम" की शुरुआत की है. इस सिस्टम की शुरुआत आज पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने उपायुक्त पुलिस हिमाद्रि कौशिक और एसीपी अजीत सिंह की उपस्थिति में मनसा देवी परिसर स्थित पुलिस कार्यालय से किया. यह प्रणाली गुरुग्राम और फरीदाबाद के बाद पंचकूला में लागू की गई है.
29 राइडर और 12 पीसीआर यूनिट शामिल: स्मार्ट ई-बीट सिस्टम एक अत्याधुनिक, पूरी तरह डिजिटल और रीयल-टाइम पेट्रोलिंग प्लेटफॉर्म है, जो पुलिस गश्त को अधिक जवाबदेह, पारदर्शी और प्रभावशाली बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. इस प्रणाली में कुल 29 राइडर और 12 पीसीआर यूनिट्स को शामिल किया गया है, जो शहर के लगभग 450 प्रमुख स्थानों पर नियमित गश्त सुनिश्चित करेंगे. यह पूरी प्रक्रिया अब मोबाइल और वेब एप्लिकेशन के माध्यम से निगरानी योग्य होगी. पिछले एक एक महीने से बैंगलुरु आधारित तकनीकी टीम द्वारा राइडर और पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों को ऐप के सफल संचालन के लिए ट्रेनिंग दी गई.
जीपीएस ट्रैकिंग और सेंट्रलाइज्ड मॉनिटरिंग: इस प्रणाली की प्रमुख विशेषताओं में पेट्रोलिंग प्लानिंग, जीपीएस ट्रैकिंग और सेंट्रलाइज्ड मॉनिटरिंग शामिल हैं. अब हर राइडर की गतिविधियों को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वास्तविक समय में ट्रैक किया जा सकेगा. दिन और रात की गश्त दोनों को डिजिटल रूप में रिकॉर्ड किया जाएगा, जिससे गश्त में लापरवाही या चूक की संभावना न के बराबर होगी. इससे पहले पुलिस अधिकारी खुद मौके पर पहुंचकर यह सुनिश्चित करते थे कि क्या राइडर नियमित रुप से गश्त कर रहे हैं? इससे पुलिस के समय की भी बचत होगी. इसके अलावा अपराध और अपराधियों की मैपिंग से पुलिस को हॉटस्पॉट्स की पहचान में मदद मिलेगी.
थाना स्तर के राइडर और पीसीआर को जोड़ा: पुलिस कमिश्नर ने राइडर और पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों को ऐप के बार में विस्तृत जानकारी देते संबोधित किया. साथ ही राइडर चालकों से ऐप दक्षता और कुशलता के बारे में जानकारी ली. पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि स्मार्ट पुलिसिंग समय की जरुरत है. अभी पहले चरण के तहत थाना स्तर के राइडर और पीसीआर को जोड़ा गया है. दूसरे चरण में ट्रैफिक राइडर्स को भी जोड़ने की योजना बनाई जा रही है.
डिजिटल बीट बुक का मोबाइल पर भी: इस प्रणाली के माध्यम से हर बीट की जानकारी डिजिटल बीट बुक में संकलित होगी, जो मोबाइल और वेब एप्लिकेशन के जरिए किसी भी स्तर पर देखी जा सकती है. इससे पारदर्शिता और सुरक्षा की भावना में वृद्धि होगी. "स्मार्ट ई-बीट सिस्टम" की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह फुल-प्रूफ प्रणाली है, जो गश्त की योजना, घटना रिपोर्टिंग, और निगरानी की प्रक्रिया को एकीकृत करती है. यह प्रणाली ऑफलाइन मोड में भी काम करती है, जिससे नेटवर्क की अनुपलब्धता में भी कार्य बाधित नहीं होता.
स्मार्ट ई बीट सिस्टम से क्रांतिकारी परिवर्तन: इस दौरान पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने कहा कि “स्मार्ट ई-बीट सिस्टम पुलिस कार्यप्रणाली में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगा. इससे न केवल अपराधों पर अंकुश लगेगा, बल्कि पुलिसिंग को अधिक जिम्मेदार, पारदर्शी और तकनीकी रूप से सक्षम बनाएगा. इससे न सिर्फ अपराध पर नियंत्रण लगेगा, बल्कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास भी मजबूत होगा.”
बता दें कि यह प्रणाली न केवल पुलिस के लिए लाभदायक है बल्कि नागरिकों के लिए भी सुरक्षा की भावना को मजबूत करती है. इससे अब रिपोर्टिंग उंगलियों पर होगी, निगरानी वास्तविक समय में होगी और जनता की भागीदारी भी तकनीकी माध्यमों से सुनिश्चित की जा सकेगी.
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