कोटा: प्रदेश के शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर प्रदेश की ग्राम पंचायतों को सालभर में स्वच्छ बनाने के अभियान पर काम कर रहे हैं, लेकिन निरीक्षण के दौरान ही उनके ही विधानसभा क्षेत्र की कई ग्राम पंचायतों में गंदगी मिली. मंत्री दिलावर रामगंज मंडी के दौरे पर रहे. रास्ते में उन्होंने खैराबाद और बुद्धखान ग्राम पंचायतों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान सफाई में खामियां मिलने पर ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश जारी किए और बोले कि "मैं पूरे प्रदेश में सफाई की बात कर रहा हूं और मेरी ही विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायतें यदि साफ नहीं रहती है तो मैं दूसरी जगह की पंचायतों से सफाई पर चर्चा कैसे कर पाऊंगा."
मंत्री मदन दिलावर सोमवार को अपने काफिले को बुद्धखान और खैराबाद की तंग गलियों में लेकर पहुंच गए. रास्ते में मिले ग्रामीण और महिलाओं से उन्होंने सफाई के संबंध में सवाल पूछे. लोगों ने कहा कि कभी-कभी सफाई होती है, रोज नहीं हो रही है. दो तीन दिन में एक बार झाड़ू लगाने वाला आता है. दिलावर ने पूछा कि नालियों भी भारी गंदगी पड़ी है, सड़क पर पानी बह रहा है. तब ग्रामीणों ने जवाब दिया कि नाली की सफाई भी कभी-कभी होती है.
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ग्राम विकास अधिकारी बोला- ठेकेदार नहीं मानता बात: मंत्री ने ग्राम विकास अधिकारी प्रेमचंद को फोन लगाकर बात की. दिलावर बोले कि इतना कहने के बाद भी गंदगी क्यों है? इस पर ग्राम विकास अधिकारी ने कहा कि टेंडर हो गया है. ठेकेदार को कई बार बोल दिया गया, लेकिन वह नहीं मानता. मंत्री ने पूछा कि अभी कहां हो? यहां आओ. इस पर ग्राम विकास अधिकारी ने जवाब दिया कि वह बाहर है. मंत्री ने पूछा कि मूवमेंट रजिस्टर क्यों नहीं भरा? इस पर ग्राम विकास अधिकारी ने कहा कि गलती हो गई आकर भर दूंगा. दिलावर ने खंड विकास अधिकारी समय सिंह मीणा को फोन कर ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने, ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने व बुद्धखान के सरपंच मुकेश बैरवा के खिलाफ रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए.