भीलवाड़ा: वक्फ सुधार जन जागरण कार्यशाला को संबोधित करने आए पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कई राष्ट्रीय नेताओं पर वक्फ की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया. वहीं जम्मू-कश्मीर में हुई घटना को लेकर कहा कि इस बार पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से नहीं मिसाइल से मिलेगा.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देशभर में विपक्षी पार्टियां वक्फ के नाम पर भ्रम फैला रही हैं. इन भ्रातियों को दूर करने के लिए देशभर में भाजपा की ओर से जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है. भारत की के 75 वर्ष से देश में कानून भी बन रहे हैं, लेकिन वर्ष 2013 के बाद जन जागरण की स्थिति बनी है. किसानों के लिए तीन कानून आए, उस समय भी देश में जन जागरण करना पड़ा. तीन तलाक, सीएए और अब वक्फ संशोधन कानून आया, तो इसमें भी जनजागरण करना पड़ रहा है. देश भर में विपक्ष ने नेरेटिव बना दिया कि जब भी देशहित में कोई कानून आता है, तो विपक्ष पाकिस्तान की भाषा बोलता है. केवल विरोध करना ही उनकी प्राथमिकता रह गई है. विपक्ष का तो एक ही ध्येय है कि हमें सिर्फ मोदी को घेरना है.
वहीं पहलगाम में आतंकी हमले के मामले में चौधरी ने कहा कि जब पूरा देश और विश्व इस घटना की निंदा कर रहा है, तो कांग्रेस के लोग पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं. पहले भी ऐसे हमलों के बाद पीएम मोदी ने पाकिस्तान को सबक सिखाया था. सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की गई थी. इस बार उससे भी बहुत बड़ा होगा, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. आतंकी जमीन के अंदर होंगे, तो भी उनको खोज कर बाहर निकाल कर मिट्टी में मिलाने का काम करेंगे. उनके कई घरों को तोड़ दिया गया है. यहां तक कि आतंकवादियों के आकाओं का पानी बंद कर दिया है. प्रधानमंत्री जो कहते हैं, वह करते हैं. ईंट का जवाब पत्थर से नहीं मिसाइल से देने का काम करेंगे.
वहीं हनुमान बेनीवाल के एसआई भर्ती को लेकर धरने पर बैठने के सवाल वर उन्होंने कहा कि कोई भी गलत व सही काम है, उनका निर्णय जांच के अंतर्गत होगा. जांच चल रही है और अगर कोई दोषी पाया जाएगा, तो कारवाई होगी. बता दें कि भीलवाड़ा जिला भाजपा कार्यालय में शनिवार को बीजेपी की ओर से डॉ भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान एवं वक्फ सुधार जन जागरण अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन हुआ. कार्यशाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा सहित जिले के जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन से जुड़े पदाधिकारी व अल्पसंख्यक समुदाय के महिला-पुरुष मौजूद रहे.