जयपुर: पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश भर में गुस्सा है. आतंकी हमले के विरोध में कई राजनीतिक दलों ने भी अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. अब राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भी 3 मई को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला लिया है.
गहलोत ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भी केवल रक्तदान शिविर और अन्य सेवा कार्यों तक जन्मदिन को सीमित रखने के निर्देश दिए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सर पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने हम सभी को अंदर तक व्यथित कर दिया है. परिवार के साथ सुखद समय बिताने के उद्देश्य से गए लोगों के लिए यह यात्रा एक जीवन भर का दुख दे गई. अभी तक उन परिवारों की मनोस्थिति सोचकर मन सिहर उठता है जिनके परिजनों को उनके सामने मार दिया गया.
पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने हम सभी को अंदर तक व्यथित कर दिया है। परिवार के साथ सुखद समय बिताने के उद्देश्य से गए लोगों के लिए यह यात्रा एक जीवन भर का दुख दे गई। अभी तक उन परिवारों की मनोस्थिति सोचकर मन सिहर उठता है जिनके परिजनों को उनके सामने मार दिया गया।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 29, 2025
ऐसे समय में…
ऐसे समय में मैंने इस वर्ष 3 मई को अपना जन्मदिन न मनाने का फैसला किया है. मेरी सभी प्रशंसकों एवं कार्यकर्ताओं से अपील है कि इस दिवस पर अगर आपने कोई कार्यक्रम प्रस्तावित किया है तो मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए इसे रक्तदान शिविर एवं सेवा कार्यों तक ही सीमित रखें. इसके अतिरिक्त किसी तरह का जश्न न मनाएं. यह उन सभी दिवंगत आत्माओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि है और उनके परिवारों के प्रति एकजुटता का प्रतीक है. इस दुख की घड़ी में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ हैं.
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खड़गे ने भी नहीं करवाया था स्वागत : वहीं, संविधान बचाओ रैली को संबोधित करने जयपुर आए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी घटना के विरोध में किसी भी तरह के स्वागत कार्यक्रमों में शामिल होने से इनकार कर दिया था. कांग्रेस की ओर से कई जगह पर उनके स्वागत कार्यक्रम रखे गए थे, लेकिन खड़गे ने मना कर दिया था जिसके चलते वो सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए. मंच पर केवल प्रदेश कांग्रेस की ओर से उन्हें सूत की माला ही पहनाकर संविधान की कॉपी दी गई थी.