सिरोही : सिरोही में तापमान 43 डिग्री तक पहुंच चुका है और पानी की कमी ने जंगलों में रहने वाले जानवरों के लिए जीवन को मुश्किल बना दिया है. ऐसे में सिरोही के एक ग्रुप ने इंसानियत की नई मिसाल पेश की है. एएसआई सचेंद्र रत्नू की ओर से शुरू की गई इस पहल ने वड़ाखेड़ा के जंगल में रहने वाले बेजुबान जीवों के लिए 18 टैंकरों से पानी तालाबों तक पहुंचाया है, जो इस समय उनके लिए जीवनदायिनी साबित हो रहा है.
एएसआई सचेंद्र रत्नू ने बताया कि पिछले साल, जब गर्मी के कारण शहर में पानी की किल्लत थी, तब उन्होंने चौराहों पर पांच अस्थाई प्याऊ बनवाए थे. यहां बेजुबान जीव पानी पीने के लिए आते थे. इसी अनुभव ने उन्हें प्रेरित किया और उन्होंने जंगलों में बेजुबान जीवों के लिए पानी और खाद्य सामग्री का इंतजाम किया. इस प्रयास से वड़ाखेड़ा के सूखे हुए तालाबों में टैंकरों के जरिए पानी डाला जा रहा है, जो अब लगातार जारी है.
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भीषण गर्मी के इस मौसम में पानी की घातक कमी को देखते हुए कई युवा इस पहल से जुड़ गए हैं. उनकी कोशिशों ने शहर भर में एक नई उम्मीद का संचार किया है. लोग इस प्रयास को पूरी दुनिया के लिए एक संदेश मान रहे हैं. गर्मी के मौसम में न केवल इंसान, बल्कि जंगल में रहने वाले जानवर भी पानी और भोजन की कमी से जूझते हैं. इस कठिन समय में 'पहल ग्रुप' ने वन्यजीवों के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है. इस पहल के तहत, ग्रुप ने जंगल के विभिन्न स्थानों पर ताजे फल, फलफूल और हरी सब्जियों को रखा है, ताकि वन्यजीवों को इस तपती गर्मी से राहत मिल सके. ग्रुप ने यह सुनिश्चित किया है कि खाद्य सामग्री पौष्टिक और ताजा हों, ताकि जानवरों की भलाई हो सके.
