नई दिल्ली: नेशनल जूलाजिकल पार्क दिल्ली (चिड़ियाघर) में रविवार को जन्मे शेरनी महागौरी के चार शावकों में से एक की दुखद मौत हो गई है. जबकि एक अन्य शावक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शेष दो शावक फिलहाल स्वस्थ और सक्रिय बताए जा रहे हैं. 16 साल बाद शेरनी महागौरी के रविवार तड़के चार शावकों को जन्म देने पर खुशी का माहौल था, लेकिन उनमें से एक की मौत के बाद खुशी गम में तब्दील हो गई है.
महेश्वर व महागौरी की जोड़ी को वर्ष 2021 में गुजरात के जूनागढ़ से दिल्ली चिड़ियाघर लाया गया था. दोनों की उम्र पांच साल है. महागौरी का यह पहला प्रजनन था और चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार शावकों का जन्म एक बड़ी उपलब्धि है. क्योंकि दिल्ली चिड़ियाघर में इससे पहले वर्ष 2009 में शेरनी का सफल प्रजनन हुआ था.
जन्म के 24 घंटे के भीतर ही चार में से एक शावक की हुई मौत : हालांकि जन्म के 24 घंटे के भीतर ही एक शावक की मौत से खुशी का माहौल थोड़ा मातम में बदल गया. दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक शावकों के जन्म के बाद उनकी स्थिति पर लगातार सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी. शावक कोई गतिविधि नहीं कर रहा था. उसके बाद उसे अस्पताल में ले जाया गया, जिसे चिकित्सकों ने मंगलवार को मृत करार दिया. मृत शावक अत्यधिक कमजोर था. पांच साल की महागौरी का यह पहला प्रजनन था ऐसे में बच्चे ज्यादा विकास नहीं कर पाते हैं. जन्म के बाद कई बार बच्चे दूध नहीं पी पाते हैं. ऐसे में वह कमजोर हो जाते हैं और जिससे कई बार उनकी मृत्यु भी हो जाती है.

दूसरे बीमार शावक की भी हालत गंभीर,इलाज जारी : चिड़ियाघर में दूसरे बीमार शावक की भी हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे अस्पताल में विशेष वेटनरी टीम की निगरानी में रखा गया है. चिड़ियाघर के प्रशासन का कहना है कि हमने एक शावक को खो दिया, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन बाकी दो शावक फिलहाल स्वस्थ हैं. शेरनी महागौरी अपने बच्चों को अच्छी तरह से दूध पिला रही है.

शेष बचे दो शावकों को लेकर जू प्रशासन ले रहा चिकित्सीय सलाह : चिड़ियाघर डायरेक्टर डा. संजीत कुमार के मुताबिक शेरनी और शावकों की देखभाल के लिए विशेष टीम तैनात की गई है. उनकी गतिविधियों पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है.दिल्ली चिड़ियाघर में जानवरों की असमय मौतों को लेकर चिंता व्यक्त की जाती रही है. इस बीच शेरनी महागौरी के इन शावकों का जन्म न सिर्फ एक सकारात्मक संकेत है, बल्कि यह चिड़ियाघर के प्रबंधन के लिए भी एक बड़ी जिम्मेदारी बन गया है. शेष शावकों की सेहत बनाए रखने के लिए चिकित्सीय जांच और उचित पोषण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है.
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