हजारीबागः जिला हजारीबाग के सदर प्रखंड में गुरहेत पंचायत में दिल दहलाने वाली घटना घटी है. बकरी को कुत्ते से बचाने के कारण मानकी यादव उम्र 54 साल की मौत हो गई, जिन दो बकरियों को बचाने की कोशिश वह कर रहे थे उन्हें भी कुत्तों ने मार दिया.
हजारीबाग के सदर प्रखंड के गुरहेट गांव में बकरी को आवारा कुत्तों से बचने के क्रम में मानकी यादव की मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि वह अपनी बकरी चराने के लिए जंगल गए थे. इसी बीच आवारा कुत्तों ने बकरी पर आक्रमण कर दिया. उन्होंने बकरी को बचाने के लिए कोशिश की. इसी दौरान आवारा कुत्तों के झुंड ने उन पर ही आक्रमण कर दिया. जिससे वे गिर गए और उनकी मौत हो गई .
आनन फानन में उनको शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां डॉक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों का कहना है ऐसा प्रतीत होता है कि दहशत में आने के कारण उनका हार्ट फेल हो गया. इसलिये घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई थी.
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हर दिन की तक शनिवार को भी मानकी यादव बकरी चराने के लिए गुरहेत जंगल गए थे. जिसे शमशान घाट जंगल के नाम से भी जाना जाता है. 2 दिन पहले भी बकरी पर कुत्तों ने आक्रमण कर दिया था. एक बार फिर घटना की पुर्नावृति हो गई. मानकी यादव अपनी बकरी को बचाने के लिए आगे बढ़े. इसी दौरान कुत्ते ने आक्रमण कर दिया. जिससे उनकी मौत हो गई.
स्थानीय ने भी बताया कि जिस बकरी को बचाने की कोशिश की जा रही थी उसे भी कुत्तों ने मार दिया. क्षेत्र में 15 से 20 कुत्तों का आतंक रोज देखने को मिल रहा है. स्थानीय यह भी कहते हैं कि वहां कुत्तों को खाने की कमी हो गई है. जिस कारण कुत्ते काफी आक्रामक हो गए हैं.
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