लखनऊः हज-2025 की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. 29 अप्रैल को उत्तर प्रदेश से हज यात्रियों का पहला जत्था लखनऊ एयरपोर्ट से उड़ान भरेगा. इससे पहले हज कमेटी ऑफ इंडिया ने सर्कुलर जारी कर सभी हज यात्रियों को 'नुसुक कार्ड' हर समय अपने पास रखने का सख्त निर्देश दिया है.
उत्तर प्रदेश हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि यदि कोई हज यात्री नुसुक कार्ड अपने साथ नहीं रखता है तो सऊदी अरब में मक्का, मदीना, मिना, अराफात व मुज़्दलिफा जैसे स्थानों की यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन द्वारा रोका जा सकता है. इस समस्या से बचने के लिए नुसुक कार्ड अपने पास रखें.
हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, उत्तर प्रदेश से इस वर्ष लगभग 16 हजार लोग हज करने जाएंगे. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के यात्री दिल्ली एयरपोर्ट से जबकि अन्य जिलों के यात्री लखनऊ एयरपोर्ट से अपनी उड़ान भरेंगे. हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज यात्रियों की सुविधा के लिए 'हज सुविधा एप 2.0' भी जारी किया है, जिसे गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
यह एप हज यात्रियों को उड़ान और वीजा से संबंधित जानकारी, शिकायत निस्तारण, मक्का-मदीना व अन्य स्थलों पर जीपीएस के माध्यम से मार्गदर्शन, चिकित्सीय इतिहास प्रबंधन, नमाज़ के समय, किबला दिशा, आध्यात्मिक संसाधन और बैगेज ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं प्रदान करेगा. हज कमेटी ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पूर्व सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ नुसुक कार्ड को सुरक्षित रखें. नुसुक कार्ड सरकारी पहचान पत्र के तौर पर होगा, जिसे हज यात्रियों को सऊदी अरब में ही दिया जाएगा.