सागर: अंबेडकर जयंती के पहले सागर जिले को मोहन यादव सरकार ने बड़ी सौगात दी है. दो साल पहले सागर को टाइगर रिजर्व की सौगात के बाद अब सागर के उत्तर वन मंडल को वन्य जीव अभ्यारण का दर्जा दिए जाने की अधिसूचना जारी की गई है.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा "मध्य प्रदेश को 25वां अभ्यारण के बनने से वन और वन्यजीवों के संरक्षण के प्रयासों को बल मिलेगा. इकोसिस्टम मजबूत होने के साथ-साथ पर्यटन के कारण स्थानीय स्तर पर रोजगार पर अवसर भी पैदा होंगे."
ये अभ्यारण्य 258.64 वर्ग किमी का होगा. खास बात ये है कि अभ्यारण्य का नाम संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर होगा. अंबेडकर जयंती के ठीक दो दिन पहले बुंदेलखंड के लिए बड़ी सौगात मिली है.

डॉ. भीमराव अंबेडकर अभ्यारण्य मध्य प्रदेश का 25वां अभ्यारण्य
संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड को बाबा साहब के नाम पर वन्य जीव अभ्यारण की सौगात दी है. मध्य प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर अभ्यारण्य के गठन की अधिसूचना जारी की. इसके साथ ही मध्य प्रदेश में वन्य जीव अभ्यारण की संख्या 25 पहुंच गई है.
कानपुर मार्ग पर वन्यजीव अभ्यारण्य

डॉ. भीमराव अंबेडकर अभ्यारण्य सागर जिले के उत्तर वन मंडल के बंडा और शाहगढ़ तहसील के 258.64 वर्ग किलोमीटर आरक्षित वन क्षेत्र में फैला होगा. सागर कानपुर मार्ग पर ये वनक्षेत्र वन संपदा और वन्यजीवों के लिए जाना जाता है. गौरतलब है कि 2020 में कमलनाथ सरकार ने इस अभ्यारण्य के गठन की घोषणा की थी. तब ही इसका नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर तय किया गया था. लेकिन कमलनाथ सरकार गिरने के बाद ये प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया जिसे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्वीकृति दी है.