कांकेर: उत्तर बस्तर कांकेर जिले में एक तरफ गर्मी कहर बरपा रही है. दूसरी तरफ यहां बिजली व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित है. लगातार बिजली गुल होने से लोग परेशान हैं. 6 अप्रैल को रामनवमी की शाम को शोभायात्रा के दौरान ट्रांसफॉर्मर में आग लग गई. उशके बाद से शहर में लगातार बिजली गुल होने का सिलसिला चालू हो गया. दोपहर के समय में भी शहर में बिजली कट रही है, जिससे लोग त्राहिमाम की स्थिति में हैं.
बिजली विभाग के दफ्तर में लोगों का हंगामा: 6 अप्रैल से शुरू हुई समस्या जब लगातार बढ़ती रही तो लोगों का धैर्य जवाब देने लगा. बिजली और पावर कट से परेशान लोगों ने बिजली विभाग के पावर हाउस में पहुंचकर प्रदर्शन और हंगामा करना शुरू कर दिया. 7 अप्रैल को भी शहर में बिजली गुल होने का सिलसिला जारी रहा तो रात 11 बजे बड़ी संख्या में लोग बिजली विभाग के कंट्रोल रूम पहुंच गए. यहां कोई जवाब देने वाला नहीं मिला तो भीड़ पीछे सबस्टेशन की ओर चली गई। यहां भीड़ ने जमकर हंगामा किया.
बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन: कांकेर में मेंटेनेंस के नाम पर बिजली बंद किए जाने को लेकर लोगों ने सवाल उठाए. इस दौरान बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. लोगों ने बिजली विभाग पर घटिया क्वालिटी के ट्रांसफॉर्मर तथा अन्य उपकरण खरीदने का आरोप लगाया. जिसकी वजह से बार बार बिजली सप्लाई में फॉल्ट आने की बात लोगों ने कही. 6 और 7 अप्रैल के बाद 8 अप्रैल को भी तीन जगह तकनीकी खराबी आने से बिजली गुल होती रही. कांकेर सब स्टेशन में जंफर कटने के साथ मस्जिद चौक के पास सेक्शन उड़ गया था. ग्राम कोदाभाठ, दसपुर, बेवरती और पटौद में भी बिजली बंद होती रही है. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
8 अप्रैल को पूरे शहर में बिजली बंद हो गई. उसके बाद 10.45 बिजली चालू हुई, लेकिन 11.05 बजे फिर बंद हो गई तो दोपहर 12.47 बजे बिजली शहर में बहाल हो पाई. आज भी बिजली बंद रही जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है- विकास शर्मा , स्थानीय नागरिक, काकेर
सब स्टेशन स्वीकृत लेकिन बनाने के लिए जगह नहीं: कांकेर विद्युत उपसंभाग अंतर्गत साढ़े 14 हजार उपभोक्ता हैं. वर्तमान में पांच फीडर राजापारा, सिविल लाइन, गोविंदपुर, बरदेभाठा और कलेक्टोरेट फीडर है. शहर में एक अतिरिक्त सब स्टेशन के लिए एक साल पहले स्वीकृति मिल चुकी है, जिसे बनाने के लिए डेढ़ एकड़ जमीन की जरूरत है लेकिन जगह नहीं मिल पा रही है. एकता नगर में जगह की खोजबीन की गई लेकिन जगह नहीं मिल पाई.
गर्मी के दिनों में बिजली की ज्यादा खपत हो रही है. जिसके कारण लोड बढ़ गया है. इस वजह से केबल जलने के मामले सामने आ रहे हैं. जहां जहां शिकायत आ रही है, उसका हल किया जा रहा है. इसके अलावा हमने सब स्टेंशन के लिए भी शासन को प्रस्ताव भेजा है.- एसके किंडो, कार्यपालन अभियंता, कांकेर बिजली विभाग
बीजेपी विधायक का फूटा गुस्सा: कांकेर शहर में बिजली की सप्लाई प्रभावित होने से बीजेपी विधायक आशाराम नेताम का भी पारा चढ़ गया है. उन्होंने कहा कि "जब सब स्टेंशन की स्वीकृति मिल गई है और 2 साल हो गया है अब तक विभागीय अधिकारी क्यों जमीन नहीं खोज पाए हैं. अगर अधिकारियों को काम नहीं करना है तो दूसरे जगह चले जाए. मेरे विधानसभा के लोगों को बिजली की समस्या हो रही है तो मैं चुप नहीं बैठूंगा. इस मुद्दे को मैं सीएम विष्णुदेव साय के सामने रखूंगा."