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नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामला: भरतपुर के एसजेपी मेडिकल कॉलेज के दो छात्र निलंबित, सीबीआई जांच में पाए दोषी - NEET PAPER LEAK 2024

भरतपुर के दो छात्रों को नीट यूजी में पेपर लीक के आरोप में निलंबित कर दिया. इनके नाम सीबीआई की चार्जशीट में हैं.

SJP Medical College, Bharatpur
एसजेपी मेडिकल कॉलेज , भरतपुर (ETV Bharat Bharatpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : April 18, 2025 at 8:26 AM IST

2 Min Read

भरतपुर: नीट यूजी 2024 की परीक्षा में पेपर लीक और सॉल्विंग से जुड़े गंभीर मामले में भरतपुर की एसजेपी मेडिकल कॉलेज के दो छात्रों को निलंबित कर दिया गया है. ये कार्रवाई सीबीआई की ओर से दर्ज चार्जशीट और नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के निर्देशों के आधार पर की गई है. निलंबित छात्रों में कुमार मंगलम विश्नोई (बैच 2022) और दीपेंद्र शर्मा (बैच 2023) शामिल हैं.

कॉलेज प्राचार्य डॉ. तरुण लाल ने बताया कि सीबीआई की चार्जशीट में दोनों छात्रों को दोषी पाया गया है. इस आधार पर उन्हें आगामी आदेश तक कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है. छात्र कुमार मंगलम जोधपुर, जबकि दीपेंद्र शर्मा दौसा जिले का निवासी है. दोनों पर झारखंड के हजारीबाग में 5 मई को परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र सॉल्व करने का आरोप है.

पढ़ें:दौसा में पेपर लीक का आरोपी पटवारी राज्य सेवा से बर्खास्त, डमी कैंडिडेट बैठाकर पत्नी को बनाया था एसआई -

सीबीआई ने अपनी प्रारंभिक जांच में दोनों छात्रों को दोषी पाया और गिरफ्तार कर चार्जशीट भी दाखिल की. इसके बाद 15 अप्रैल को एनएमसी के डायरेक्टर (UGMEB) सुखलाल मीणा ने कॉलेज प्रशासन को तीन दिन के भीतर इन छात्रों को निलंबित कर अनुपालना रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. इसी क्रम में राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी (राजमेस) ने भी निलंबन के आदेश जारी किए.

उल्लेखनीय है कि सीबीआई नीट यूजी 2024 परीक्षा से जुड़े कुल छह मामलों की जांच कर रही है. इनमें एक मामला भरतपुर मेडिकल कॉलेज से संबंधित है. इसके अलावा प्रदेश के जोधपुर, भीलवाड़ा और अन्य मेडिकल कॉलेजों के कुछ छात्रों को भी निलंबित किया गया है. इन छात्रों पर डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा में शामिल होने या प्रश्नपत्र हल करने के आरोप हैं.

भरतपुर: नीट यूजी 2024 की परीक्षा में पेपर लीक और सॉल्विंग से जुड़े गंभीर मामले में भरतपुर की एसजेपी मेडिकल कॉलेज के दो छात्रों को निलंबित कर दिया गया है. ये कार्रवाई सीबीआई की ओर से दर्ज चार्जशीट और नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के निर्देशों के आधार पर की गई है. निलंबित छात्रों में कुमार मंगलम विश्नोई (बैच 2022) और दीपेंद्र शर्मा (बैच 2023) शामिल हैं.

कॉलेज प्राचार्य डॉ. तरुण लाल ने बताया कि सीबीआई की चार्जशीट में दोनों छात्रों को दोषी पाया गया है. इस आधार पर उन्हें आगामी आदेश तक कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है. छात्र कुमार मंगलम जोधपुर, जबकि दीपेंद्र शर्मा दौसा जिले का निवासी है. दोनों पर झारखंड के हजारीबाग में 5 मई को परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र सॉल्व करने का आरोप है.

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सीबीआई ने अपनी प्रारंभिक जांच में दोनों छात्रों को दोषी पाया और गिरफ्तार कर चार्जशीट भी दाखिल की. इसके बाद 15 अप्रैल को एनएमसी के डायरेक्टर (UGMEB) सुखलाल मीणा ने कॉलेज प्रशासन को तीन दिन के भीतर इन छात्रों को निलंबित कर अनुपालना रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. इसी क्रम में राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी (राजमेस) ने भी निलंबन के आदेश जारी किए.

उल्लेखनीय है कि सीबीआई नीट यूजी 2024 परीक्षा से जुड़े कुल छह मामलों की जांच कर रही है. इनमें एक मामला भरतपुर मेडिकल कॉलेज से संबंधित है. इसके अलावा प्रदेश के जोधपुर, भीलवाड़ा और अन्य मेडिकल कॉलेजों के कुछ छात्रों को भी निलंबित किया गया है. इन छात्रों पर डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा में शामिल होने या प्रश्नपत्र हल करने के आरोप हैं.

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