पलामूः प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के हथियार और पैसे का पूरा ब्यौरा आक्रमण उर्फ रबिन्द्र गंझू के पास रहता था. आक्रमण टीएसपीसी के सेकेंड इन-कमान की भूमिका में था.
टीएसपीसी के सुप्रीमो ब्रजेश गंझू के भूमिगत होने के बाद आक्रमण टीएसपीसी की कमान को संभाल रहा था. पलामू, चतरा, लातेहार, हजारीबाग, रांची और बिहार के गया के इलाके में आक्रमण टीएसपीसी का नेतृत्व कर रहा था. चतरा पुलिस ने 18 लाख के इनामी आक्रमण को गिरफ्तार किया था.
नक्सली आक्रमण गंझू के साथ उसकी पत्नी और दो साथी भी गिरफ्तार हुए है. चतरा के एसपी विकास पांडेय का कहना है कि आक्रमण की गिरफ्तारी काफी महत्वपूर्ण है, यह टीएसपीसी में सेकंड इन कमान था. चतरा के साथ साथ पूरे झारखंड के लिए यह बड़ी सफलता है.
पलामू के नागद का रहने वाला है आक्रमण
नक्सली आक्रमण गंझू पलामू के मनातू थाना क्षेत्र के नागद का रहने वाला है. आक्रमण नक्सल संगठन टीएसपीसी में एरिया कमांडर के रूप में शामिल हुआ था. धीरे-धीरे वह नक्सल संगठन टीएसपीसी में सेकंड एंड कमान बन गया था. आक्रमण पर 74 से अधिक बड़े नक्सल हमलों को अंजाम देने का आरोप है.
आक्रमण पर 2004 में पहली बार पलामू के मनातू थाना क्षेत्र में नक्सल हमला करने के आरोप में एफआईआर दर्ज किया गया. उसे दौरान आक्रमण नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का सदस्य रहा था. पलामू पुलिस टीएसपीसी के बीच दो वर्ष पहले मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने सर्च अभियान में एक नक्सली को गिरफ्तार किया था और लेवी की रकम भी बरामद किया था. इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि टीएसपीसी का लेवी का पैसा आक्रमण के घर पर जमा होता है.
माओवादी और टीएसपीसी के बीच करवाना चाहता था समझौता
आक्रमण नक्सली संगठन भाकपा माओवादी और टीएसपीसी के बीच समझौता भी करवाना चाहता था. टॉप माओवादी कमांडर मनोहर गंझू और आक्रमण गंजू के बीच बेहद ही नजदीकी थी और दोनों टॉप कमांडर दोनों संगठनों के बीच समझौता करवाना चाहते थे. 2018 में पलामू पुलिस की कार्रवाई में टीएसपीसी की हथियार की फैक्ट्री पकड़ी गई. हथियार की यह फैक्ट्री पलामू केपांकी थाना क्षेत्र के केकरगढ़ में आक्रमण गंझू के नेतृत्व में चल रही थी.
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