अंबालाः जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक की थी. इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया था. यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा. वहीं इस दौरान अजरबैजान और तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया और हथियार सहित अन्य सहायता दी, जिसका उपयोग भारत पर हमले के लिए किया जा रहा था. इसके बाद से भारत सरकार सहित पूरे देश में इन दोनों देशों के खिलाफ आक्रोश है. इसको लेकर देशभर में अजरबैजान और तुर्की के बायकॉट की लहर चल रही है. अंबाला के व्यापारियों और आम लोगों ने भी बॉयकॉट का समर्थन किया है.
दोनों देशों का पूरी तरह से बॉयकॉट की अपीलः अंबाला की आम जनता और व्यापारी दोनों देशों का बॉयकॉट करने की बात कर रहे हैं. तुर्की और अजरबैजान को अहसान फरामोश और गद्दार देश बताया. लोगों का कहना है कि भारत ने तुर्की का उस समय साथ दिया, जब वहां भूकंप आया था. भारत ने मेडिकल सुविधाओं के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी की थी, लेकिन वो सब भूलकर उसने हमारे दुश्मन देश पाकिस्तान का साथ दिया. लोगों का कहना है कि इन देशों का पूरी तरह से बायकॉट करना चाहिए ताकि उनको सबक सिखाया जाए.
भारत ने पाकिस्तान के हमलों को किया नाकामः जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जिस प्रकार से पूरे देश में आतंकवाद और उसके आका पाकिस्तान के प्रति गुस्सा देखने को मिला और पूरा देश प्रधानमंत्री से पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहा था. 7 मई को भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करके पहलगाम का बदला लिया. इसके बाद पाकिस्तान ने हड़बड़ाहट में भारत पर हमला कर दिया. हालांकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के सभी हमलों को न सिर्फ नाकाम किया बल्कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया.
तुर्की और अजरबैजान के उत्पादों का बायकॉट की अपीलः अंबाला के लोग और व्यापारी भी तुर्की और अजरबैजान का बॉयकॉट करने की बात कर रहे है. लोगों का कहना है कि तुर्की और अजरबैजान से आने वाले सभी सामान का बॉयकॉट किया जाना चाहिए ताकि उसको सबक सिखाया जा सके. व्यापारी अतुल महाजन का कहना है कि अगर कोई सामान तुर्की या अजरबैजान से हमारे पास आएगा तो हम उसका बिल्कुल बायकॉट करेंगे. लोगों से भी उन्होंने अपील की है कि ऐसे गद्दार देश को सबक सिखाने के लिए सभी दोनों देशों का बॉयकॉट करें.