नर्मदापुरम: अंगदान को महादान कहा जाता है. अंगदान की मदद से हर साल लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है. हाल ही में भोपाल एम्स में पहली बार सफल हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया था. जिसमें नर्मदापुरम जिले के इटारसी निवासी 53 वर्षीय दिनेश मालवीय को सागर निवासी 61 वर्षिय बलिराम कुशवाह का हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया. जो आज भी इटारसी में धड़क रहा है और दिनेश की उम्र करीब 15 साल और बढ़ गई है.
नई जिंदगी पाकर बहुत खुश हैं दिनेश
जानकारी के अनुसार, ब्रेन डेड मरीज के हार्ट को जबलपुर से पीएम श्री एयर एंबुलेंस के जरिए लाया गया था. यह पहली बार था जब जबलपुर, भोपाल और इंदौर कुल 3 ग्रीन कॉरिडोर एक साथ बनाए गए. बताया गया कि दिनेश का हृदय मात्र 20 प्रतिशत कार्यक्षमता पर काम कर रहा था. उन्हें 22 जनवरी को एम्स में भर्ती किया गया. अगले दिन उनका हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ.
यह ऑपरेशन एम्स भोपाल के डॉक्टरों ने बिना किसी बाहरी सहायता के किया. डॉक्टरों के अनुसार इस ऑपरेशन से दिनेश की उम्र 15 साल और बढ़ गई है. 14 फरवरी को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. अब वह इटारसी में स्वस्थ हैं. डॉक्टर के दिए गए निर्देशों का पालन कर रहे हैं. दिनेश को नई जिंदगी मिलने से वह बहुत खुश हैं. दिनेश मालवीय ने कहा कि "मेरा ढाई साल से इलाज चल रहा था. हार्ट ट्रांसप्लांट का सारा खर्चा आयुष्मान कार्ड के द्वारा किया गया. मेरा करीब 5 घंटे ऑपरेशन चला और एम्स के सहयोग से यह सफल रहा."

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अंगदान करने पर मिलेगा राजकीय सम्मान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अंगदान को बढ़ावा देने की कई योजनाएं घोषित की हैं. अंगदान करने वालों के परिवार को आयुष्मान कार्ड दिया जाएगा. इसके साथ ही अंगदान करने वाले व्यक्ति की अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. इन परिवारों को राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मानित भी किया जाएगा. इसके साथ ही प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंगदान और अंग प्रत्यारोपण की सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है.