मेरठ: देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन नमो भारत अभी मेरठ साऊथ से दिल्ली के न्यू अशोक नगर तक चलती है. जल्द ही नमो भारत ट्रेन मेरठ के शताब्दी नगर तक दौड़ने लगेगी. यहां स्टेशन निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है. बस एक कागज पर मुहर लगना बाकी है.
शताब्दी नगर स्टेशन का काम लगभग पूरा: की तरफ से तय समय सीमा में दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक कुल 82 किलोमीटर के कॉरिडोर पर नमो भारत के संचालन के लिए युद्ध स्तर पर दिन रात कार्य हो रहा है. ईटीवी भारत की टीम ने जमीन से ऊपर तैयार किए जा रहे शताब्दी नगर के स्टेशन में जाकर तैयतियों का जायजा लिया. यहां का काम लगभग समापन की ओर है. एनसीआरटीसी के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर पुनीत वत्स ने बताया कि वर्तमान में नमो भारत का जो संचालन हो रहा है, वह न्यू अशोक नगर दिल्ली से लेकर मेरठ साउथ तक हो रहा है. इसके बाद अभी 23 किलोमीटर का सेक्शन मेरठ में है, जिस पर काफी तीव्र गति से काम हो रहा है. मेरठ साउथ से शताब्दी नगर के बीच लगभग 6 किलोमीटर की दूरी है. शताब्दी नगर नमो भारत का दूसरा स्टेशन होगा, जहां से लोग दिल्ली के लिए आवाजाही कर सकेंगे.
अप्रैल में मेरठ के शताब्दी नगर तक पहुंच जाएगी नमो भारत: पुनीत वत्स ने बताया कि इसी महीने तक नमो भारत ट्रेन मेरठ के शताब्दी नगर तक चलाई जा सकती है. इसी के साथ उम्मीद ये भी है कि मेरठ मेट्रो की भी शुरुआत यहां तक इसी महीने से हो जाए. पिछले दिनों ट्रायल भी हो चुका है. सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन मिलते ही मेरठ में नमो भारत का दायरा 6 किलोमीटर और बढ़ जाएगा.
जमीन से 15 मीटर ऊंचा 215 मीटर लंबा शताब्दी नगर स्टेशन: सीपीआरओ पुनीत वत्स का कहना है कि बहुत ही तीव्रता से काम चल रहा है. अब फिनिशिंग वर्क लगभग पूरा होने को है. इसके बाद इस स्टेशन का सिक्योरीटी सर्टिफिकेशन होगा. जैसे ही यह प्रक्रिया पूर्ण होगी उसके बाद शताब्दी नगर तक भी नमो भारत दौड़ने लगेगी. शताब्दी नगर स्टेशन को लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है. जहां लोग नीचे सड़क मार्ग से कहीं से भी आते हैं. पार्किंग की सुविधाएं दोनों तरफ हैं. साथ ही दोनों तरफ से स्टेशन में पहुंचा जा सकेगा.
हर दिन 10 हजार लोग कर रहे नमो भारत से सफर: पुनीत वत्स का कहना है कि हर दिन 8 से 10 हजार लोग मेरठ दक्षिण स्टेशन से नमो भारत के माध्यम से यात्रा करते हैं. जब शताब्दी नगर स्टेशन भी खुल जाएगा, तो अनेकों लोगों की मेरठ साउथ स्टेशन तक की भागदौड़ नहीं करनी होगी. इससे निश्चित ही लोगों को राहत मिलेगी.
पहली बार एक ही स्टेशन से मिलेगी मेट्रो और नमो भारत: पुनीत का कहना है कि देश में पहली बार मेट्रो सिस्टम और सेमी हाई स्पीड सिस्टम लोगों को एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलेगी. स्थानीय या निकटवर्ती परिवहन के लिए लोकल में कहीं जाने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. मेरठ से मोदी नगर, गाजियाबाद या दिल्ली जाने के लिए सेमी हाई स्पीड सेवाएं भी एक ही जगह यहां से मिल जाएंगी.
मेरठ में 23 किलोमीटर के ट्रैक पर नमो भारत का संचालन: जिम्मेदारों का दावा है कि जून 2025 की जो समय सीमा निर्धारित है, तब तक पूरे 82 किलोमीटर कॉरिडोर पर नमो भारत का संचालन शुरु हो जाएगा. मेरठ के 23 किलोमीटर के क्षेत्रफल में कुल 13 मेट्रो के स्टेशन हैं. चार स्टेशन कॉमन हैं, जिन पर नमो भारत का भी ठहराव होगा. बाकी 9 स्टेशनों समेत 23 किलोमीटर में 13 स्टेशनों पर मेरठ मेट्रो से लोग एक जगह से दूसरी जगह के लिए यात्रा कर सकेंगे.
सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन के बाद शुरू होगी सेवा: जिम्मेदार मानते हैं कि मेट्रो और नमो भारत के ट्रेन ट्रायल रन अलग-अलग होता है. वहीं सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन के लिए जो प्रक्रिया है, वह भी अलग होती है. फिर भी उम्मीद है कि अब बहुत जल्द ही इसी महीने में नमो भारत मेरठ शहर की तरफ 6 किलोमीटर और बढ़ जाएगी. बता दें कि सेमी हाइस्पीड नमो भारत की स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा है. नमो भारत में लोग मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशनों से ही कर सकते हैं. आवाजाही में एक घंटे से भी कम समय में 82 किलोमीटर की दूरी नमो भारत से तय की जा सकती है.