नालंदा: बिहार में पिछले कुछ दिनों से प्रकृति का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. तूफानी बारिश और आकाशीय बिजली की चपेट में आने से राज्य के अलग-अलग जगहों पर कई लोगों की मौत हो गई है. सबसे ज्यादा नुकसान नालंदा में हुआ है.
नालंदा वज्रपात से चार लोगों की मौत: वहीं बीते शनिवार को देर रात तेज आंधी और बारिश के वज्रपात में तीन महिला समेत चार लोगों लोगों की मौत हो गई. अगले 3 घंटे के लिए बिहार के कई जिलों में भारी, बारिश और आंधी आने की संभावना व्यक्त कर अलर्ट किया गया है. नालंदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है.
लोगों ने सड़क जामकर कर किया प्रदर्शन: आपदा के 72 घंटे बाद भी लोगों को बिजली पानी की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. इससे आक्रोशित लोगों ने सड़क जामकर जल्द से जल्द बहाल करने के लिए प्रदर्शन किया लेकिन देर रात फिर आए आपदा ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. जिससे स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा किराए पर जनरेटर लाकर जनता की सेवा में जुटे हुए हैं.
छत से गिरकर मौत: नालंदा में एक बार फिर तेज आंधी बारिश के साथ हुए वज्रपात से एक महिला सहित दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है. घटना अस्थावां थाना क्षेत्र के उगावां गांव की है. जहां शनिवार की रात 11 बजे आई तेज आंधी में एक व्यक्ति की छत से गिरकर मौत हो गई.

शव को पोस्टमार्मट में भेजा: मृतक की पहचान स्व. फैजदारी पासवान के 62 वर्षीय पुत्र बालेश्वर पासवान उर्फ कारू के रूप में की गई है. घटना की जानकारी रविवार की सुबह अस्थावां थाना पुलिस को दी गई, पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज आगे की कार्रवाई में जुट चुकी है.
वज्रपात से बचाव के उपाय @IPRDBihar @BsdmaBihar #BiharDisasterManagementDept pic.twitter.com/iEiaEPWMYL
— Disaster Management Dept., Govt of Bihar (@BiharDMD) July 2, 2024
खेत से लौट रही महिला की गिरने से मौत: दूसरी घटना सारे थाना क्षेत्र के मलावां गांव की है. जहां ग्रामीणों ने बताया कि जमीदार बिंद की 58 वर्षीय पत्नी रामसखी देवी की मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक आंधी पानी में खेत से लौट रही थी. गुरुवार की शाम आए आंधी पानी में गिरने से चोट लग गई. परिवार के लोग इलाज के लिए ले गए जहां इलाज के क्रम में मौत हो गई. स्थानीय प्रशासन को ग्रामीणों ने इस की सूचना दी. थानाध्यक्ष धर्मेश कुमार गुप्ता ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है.
"मृतक के परिवार को मृतक अनुग्रह अनुदान की राशि दी जाएगी. इसके लिए जिला प्रशासन सूची बना रही है."- रविंद्र कुमार चौपाल, सीओ

वज्रपात से मौत: वहीं, तीसरी घटना बेन थाना क्षेत्र के जनकपुर गांव की है. जहां देर रात आए तेज आंधी और बारिश के कारण गुरुवार की शाम मृतका का झोपड़ी बर्बाद हो गई थी. जिसे किसी प्रकार बुज़ुर्ग मरम्मत करा रात को सो रहे थे, उसी क्रम में झोपड़ी बचाने के दौरान वज्रपात से उनकी मौत हो गई. मृतक की पहचान अशोक कुमार की 43 वर्षीय पत्नी संजू देवी के तौर पर की गई है.
महिला की दबकर मौत: चौथी बिहार थाना क्षेत्र के अहियाचक मुसहरी मोहल्ले की है. जहां तेज आंधी पानी की वजह से जर्जर मकान में महिला की दबकर मौत हो गई. मृतक की पहचान मनोज कुमार की 47 वर्षीय पत्नी सविता देवी के तौर पर हुई है. आपदा के तहत अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है.
बेहद ही सरल तरीके से वज्रपात से बचाव के तरीके बताए गए हैं @ndmaindia के द्वारा। जितना हो सके लोगों के बीच इसे दिखा कर जागरूक करें। ताकि आकाशीय बिजली से कोई और जान न जाये। ध्यान रहे, अभी भी बिहार के कई भाग में आकाशीय बिजली गिरने को ले कर अलर्ट जारी है।#thunderstorm pic.twitter.com/P3vvPFi2xE
— Ritu Jaiswal (@activistritu) July 30, 2020
15 अप्रैल तक बारिश: मौसम विभाग ने 13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक राज्य में आंधी-बारिश और वज्रपात की संभावना जताई है. सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, जमुई, बांका, बेगूसराय, शेखपुरा, नवादा, नालंदा, जहानाबाद, पटना और गया में 13 से 15 अप्रैल तक बारिश हो सकती है.
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