मुजफ्फरनगर: जिले के जानसठ क्षेत्र के गुर्जरहेड़ी गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाला कक्षा एक का अनुसूचित जाति का छात्र छुट्टी के बाद घर नहीं पहुंचा. इसके बाद परिजनों ने काफी देर तक उसकी तलाश की. कईं घंटे बाद जब बच्चा नहीं मिला तो परिजनों ने शिक्षकों को इसकी जानकारी दी. शिक्षकों ने स्कूल के तलाशी ली, तो बच्चा क्लास में बंद मिला. शिक्षकों से चाबी मांगकर परिजनों ने ताला खोलकर बच्चे को बहार निकलवाया.
गुजरहेड़ी मजरा तालडा गांव के प्राथमिक विद्यालय में गांव का छह वर्षीय लड़का कक्षा एक में पढ़ता है. वह मंगलवार सुबह आठ बजे वह स्कूल गया था. लेकिन, एक बजे छुट्टी होने के बाद जब वह घर नहीं पहुंचा, तो परिजनों ने उसकी गांव में तलाश शुरू कर दी. आधा घंटे तक परिजन बच्चे की गांव में तलाश करते रहे. परिजन तलाशते हुए उसके स्कूल पहुंच गए. स्कूल से उसकी रोने की आवाज सुनकर सभी घबरा गए. उन्होंने देखा कि बच्चा कमरे में बंद था. कमरे में बहार से ताला लगा था. ताला खोलकर बच्चे को बहार निकाला गया.
इस मामले में सीओ जानसठ यतेंद्र नागर ने बताया, कि पुलिस को सूचना मिली थी कि छुट्टी के बाद से बच्चा लापता था. परिजन तलाशते हुए स्कूल पहुंचे, तो बच्चा स्कूल की कक्षा में बंद मिला. स्कूल की शिक्षिका और बच्चे के परिजन चाबी लेकर पहुंचे और बच्चे को बाहर निकाला. पीड़ित के पिता अर्जुन की ओर से शिक्षिका के खिलाफ लापरवाही को लेकर थाने में तहरीर दी गई है. साथ ही आरोप है कि उसने जातिसूचक शब्दों से बच्चे को अपमानित किया है. वही, इसमें बीएसए देर शाम गुर्जरहेड़ी इस प्रकरण की जांच के लिए पहुंचे. उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली और ग्रामीणों का भी पक्ष लिया है.