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आगरा की जामा मस्जिद फिर चर्चा में, एलबम की शूटिंग होने पर भड़का मुस्लिम समाज, आंदोलन की चेतावनी - shooting in jama masjid

जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे भगवान श्री कृष्ण के विग्रह दबे होने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. यह मामला काफी चर्चा रहा. इसी के साथ एक बार फिर जामा मस्जिद चर्चा में है. इसकी वजह है मजिस्द में शूट किया गया एलबम का गाना.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 10, 2024, 1:13 PM IST

Updated : Sep 10, 2024, 2:18 PM IST

आगरा की जामा मस्जिद फिर चर्चा में.
आगरा की जामा मस्जिद फिर चर्चा में. (Photo Credit; ETV Bharat)

आगरा: जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे भगवान श्री कृष्ण के विग्रह दबे होने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. यह मामला काफी चर्चा रहा. इसी के साथ एक बार फिर जामा मस्जिद चर्चा में है. इसकी वजह है मजिस्द में शूट किया गया एलबम का गाना. यह गाना तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे ही मुस्लिम समाज में नाराजगी है. मुस्लिम समाज ने इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है. कहना है कि मस्जिद एक इबादतगाह है, जहां पर कैमरा, लाइट, एक्शन और फोटो प्रतिबंधित है. वहां पर गाने की शूटिंग कैसे हो गई. जो यह निंदनीय है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाए.

बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जो एक एलबम के शूट किए गाने का है. ये गाना जामा मस्जिद के अंदर शूट होने से मुस्लिम समाज में आक्रोश है. एलबम के गानों में जामा मस्जिद के बाहरी बाजार के साथ ही शहर की कई लोकेशन हैं. तीन दिन पहले ये एलबम रिलीज हुआ है.

जुलूस निकाल कर घेरेंगे कलेक्ट्रेट : इस्लामिया लोकल एजेंसी के चेयरमैन असलम क़ुरैशी ने कहा कि, जामा मस्जिद में गाने की शूटिंग से गरिमा को ठेस पहुंची है. मुस्लिम समाज इससे नाराज है. ये निंदनीय काम है. जामा मस्जिद से जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा. इसके लिए मौजूदा कमेटी जिम्मेदार है. जिसने रुपये कमाने की चाहत में जामा मस्जिद में शूटिंग की अनुमति दी.

गाने से हटाए जाएं जामा मस्जिद के वीडियो : शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व शहर अध्यक्ष हाजी जमीन कुरैशी कहते हैं कि ये निंदनीय है. जो एक मस्जिद की पवित्रता में सेंध लगाना है. इसके लिए जामा मस्जिद की देखभल कर रही कमेटी के मौजूदा लोग जिम्मेदार हैं. इस मामले में आगरा पुलिस कमिश्नर को कमेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करे. मस्जिद में शूटिंग करके इस्लाम का मजाक उड़ाया है. इस बारे में प्रशासन ने अगर जल्द कार्रवाई नहीं की. जो सोशल मीडिया पर गाने वायरल हो रहे हैं, उनमें से जामा मस्जिद के क्लिप हटाए जाएं. इसके साथ ही समाजसेवी ताहिर उद्दीन ने बताया कि मस्जिद इबादतगाह है. जहां नमाज पढ़ी जाती है. वहां पर किसी तरह का गाना बजाना नहीं होता है. ये गलत है. इसमें समाज एकजुट हैं. जो आंदोलन करेगा.

मुगल शहजादी जहांआरा ने बनवाई थी जामा मस्जिद : वरिष्ठ इतिहासकार राजकिशोर 'राजे' बताते हैं कि, मुगल शहंशाह शाहजहां की 14 संतानें थीं. इसमें मेहरून्निसा बेगम, जहांआरा, दारा शिकोह, शाह शूजा, रोशनआरा, औरंगजेब, उमेदबक्श, सुरैया बानो बेगम, मुराद लुतफुल्ला, दौलत आफजा और गौहरा बेगम शामिल थे. एक बच्चा और 1 बच्चे पैदा होते ही मर गए थे. मुगल बादशाह शाहजहां की सबसे प्रिय बेटी शहजादी जहांआरा थी. उसने अपने वजीफे की पांच लाख रुपये की रकम से सन 1643 से 1648 के बीच जामा मस्जिद का निर्माण कराया था. जो श्रीकृष्ण जन्मभूमि बनाम शाही जामा मस्जिद वाद के चलते चर्चा में है.

यह भी पढ़ें : यूपी की 10वीं वंदे भारत का शेड्यूल जारी; 15 सितंबर से शुरू होगी आगरा-वाराणसी के बीच ट्रेन - Agra Varanasi Vande Bharat

आगरा: जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे भगवान श्री कृष्ण के विग्रह दबे होने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. यह मामला काफी चर्चा रहा. इसी के साथ एक बार फिर जामा मस्जिद चर्चा में है. इसकी वजह है मजिस्द में शूट किया गया एलबम का गाना. यह गाना तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे ही मुस्लिम समाज में नाराजगी है. मुस्लिम समाज ने इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है. कहना है कि मस्जिद एक इबादतगाह है, जहां पर कैमरा, लाइट, एक्शन और फोटो प्रतिबंधित है. वहां पर गाने की शूटिंग कैसे हो गई. जो यह निंदनीय है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाए.

बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जो एक एलबम के शूट किए गाने का है. ये गाना जामा मस्जिद के अंदर शूट होने से मुस्लिम समाज में आक्रोश है. एलबम के गानों में जामा मस्जिद के बाहरी बाजार के साथ ही शहर की कई लोकेशन हैं. तीन दिन पहले ये एलबम रिलीज हुआ है.

जुलूस निकाल कर घेरेंगे कलेक्ट्रेट : इस्लामिया लोकल एजेंसी के चेयरमैन असलम क़ुरैशी ने कहा कि, जामा मस्जिद में गाने की शूटिंग से गरिमा को ठेस पहुंची है. मुस्लिम समाज इससे नाराज है. ये निंदनीय काम है. जामा मस्जिद से जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा. इसके लिए मौजूदा कमेटी जिम्मेदार है. जिसने रुपये कमाने की चाहत में जामा मस्जिद में शूटिंग की अनुमति दी.

गाने से हटाए जाएं जामा मस्जिद के वीडियो : शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व शहर अध्यक्ष हाजी जमीन कुरैशी कहते हैं कि ये निंदनीय है. जो एक मस्जिद की पवित्रता में सेंध लगाना है. इसके लिए जामा मस्जिद की देखभल कर रही कमेटी के मौजूदा लोग जिम्मेदार हैं. इस मामले में आगरा पुलिस कमिश्नर को कमेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करे. मस्जिद में शूटिंग करके इस्लाम का मजाक उड़ाया है. इस बारे में प्रशासन ने अगर जल्द कार्रवाई नहीं की. जो सोशल मीडिया पर गाने वायरल हो रहे हैं, उनमें से जामा मस्जिद के क्लिप हटाए जाएं. इसके साथ ही समाजसेवी ताहिर उद्दीन ने बताया कि मस्जिद इबादतगाह है. जहां नमाज पढ़ी जाती है. वहां पर किसी तरह का गाना बजाना नहीं होता है. ये गलत है. इसमें समाज एकजुट हैं. जो आंदोलन करेगा.

मुगल शहजादी जहांआरा ने बनवाई थी जामा मस्जिद : वरिष्ठ इतिहासकार राजकिशोर 'राजे' बताते हैं कि, मुगल शहंशाह शाहजहां की 14 संतानें थीं. इसमें मेहरून्निसा बेगम, जहांआरा, दारा शिकोह, शाह शूजा, रोशनआरा, औरंगजेब, उमेदबक्श, सुरैया बानो बेगम, मुराद लुतफुल्ला, दौलत आफजा और गौहरा बेगम शामिल थे. एक बच्चा और 1 बच्चे पैदा होते ही मर गए थे. मुगल बादशाह शाहजहां की सबसे प्रिय बेटी शहजादी जहांआरा थी. उसने अपने वजीफे की पांच लाख रुपये की रकम से सन 1643 से 1648 के बीच जामा मस्जिद का निर्माण कराया था. जो श्रीकृष्ण जन्मभूमि बनाम शाही जामा मस्जिद वाद के चलते चर्चा में है.

यह भी पढ़ें : यूपी की 10वीं वंदे भारत का शेड्यूल जारी; 15 सितंबर से शुरू होगी आगरा-वाराणसी के बीच ट्रेन - Agra Varanasi Vande Bharat

Last Updated : Sep 10, 2024, 2:18 PM IST
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