नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में अब घूमने के लिए न सिर्फ पर्यटकों को बल्कि स्थानीय लोगों की मोटी जेब ढीली करनी पड़ेगी. नगर पालिका ने नैनीताल के एंट्री गेट पर लिए जाने वाले शुल्क को 120 से बढ़ाकर 300 रुपए कर दिया है. इसके अलावा पर्यटकों को कार पार्किंग के लिए भी 500 रुपए देने होंगे.
उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद नैनीताल नगर पालिका अब लेक ब्रिज चुंगी और कार पार्किंग का संचालन खुद करेंगी. गुरुवार को ही कोर्ट का ये आदेश आया था. वहीं शुक्रवार को इस मुद्दे पर नैनीताल नगर पालिका की विशेष बोर्ड बैठक बुलाई गई. नैनीताल नगर पालिका की अध्यक्ष डॉ सरस्वती खेतवाल ने अध्यक्षता में चुंगी और कार पार्किंग के शुल्क का प्रस्ताव पास हुआ.
इस प्रस्ताव के बाद अब नैनीताल शहर में बाहर से आने वाले वाहनों को प्रवेश के लिए ऑनलाइन 300 और जबकि कैश देने वालों के लिए 500 रुपए शुल्क देना होगा. इसके अलावा कार पार्किंग के लिए 500 और बाइक पार्किंग के लिए 50 रुपए तय किए हैं. जबकि स्थानीय लोगों के लिए अशोक सिनेमा हॉल क्षेत्र में दो पहिया वाहन की पार्किंग निर्धारित की है, जहां पर स्थानीय लोग 25 रुपये प्रति घंटे की दर से पार्किंग शुल्क लिया जाएगा.
ज्यादा जानकारी देते हुए नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी दीपक गोस्वामी ने बताया कि
- बाइक से नैनीताल आने वाले पर्यटकों से 100 टोल टैक्स लिया जाएगा.
- टैक्सी बाइकों से एक हजार 300 रुपये सालाना.
- नैनीताल शहर के लोगों से 200 प्रति चक्कर और 800 रुपये सालाना की दर से पास जारी होंगे.
- नैनीताल कार्यालयों में आने वाले लोगों से विभागीय दस्तावेज सत्यापन के बाद 5 हजार रुपये का सालाना पास बनाया जाएगा.
अधिशासी अधिकारी दीपक गोस्वामी ने बताया कि नगर पालिका ने अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत किए जाने के लिए ट्रेड लाइसेंस शुल्क लेने का फैसला किया है, जिसके तहत नैनीताल शहर में अवैध रूप से संचालित हो रहे होटल और होमस्टे की पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर सूची तैयार की जाएगी. इसके बाद इनसे संपत्ति कर, सफाई कर समेत अन्य कर वसूले जाएंगे, जिससे नगर पालिका की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. इसके लिए पालिका बोर्ड बैठक में प्रस्ताव सर्व समिति से पास किए हैं.
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