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देहरादून में जलभराव से निपटने के लिए बन रहा मास्टर प्लान, निगम और सिंचाई विभाग ने शुरू की तैयारी - WATER DRAINAGE PLAN

देहरादून शहर में मानसून के दौरान जलभराव से निपटने के लिए नगर निगम और सिंचाई विभाग योजना बना रहे हैं.

water drainage plan
मानसून के दौरान जलभराव से निपटने के लिए नगर निगम और सिंचाई विभाग योजना बना (PHOTO-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : April 3, 2025 at 5:51 PM IST

2 Min Read

देहरादून: नगर निगम देहरादून मॉनसून सीजन में आने वाली परेशानियों से निपटने की तैयारी में जुट गया है. नगर निगम मेयर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मंथन की. जिसके बाद सिंचाई विभाग जल निकासी को लेकर प्लान तैयार करेगा. दरअसल हर साल मॉनसून आने के बाद बरसात में सड़कें जलमग्न हो जाती हैं. गली मोहल्ले तालाब बन जाते हैं. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

पिछले 16 साल से देहरादून का ड्रेनेज प्लान फाइलों में है. जिस पर अब मंथन किया जा रहा है. शहर के 100 वार्डों के लिए तैयार होने वाले ड्रेनेज मास्टर प्लान के लिए दो साल पहले सर्वे शुरू हुआ था. लेकिन अभी तक डिजाइन तैयार नहीं हुआ. लेकिन अब सिंचाई विभाग की ओर से कराए गए सर्वे में देहरादून को तीन जोन में बांटकर 210 वर्ग किमी क्षेत्रफल में जल निकासी की स्थायी व्यवस्था बनाने की तैयारी है. लेकिन इसको धरातल पर उतारने के लिए नगर निगम को शंका है. इसलिए मेयर ने सिंचाई विभाग को शहर के लिए एक छोटा और जल्द धरातल पर उतरने वाला प्लान बनाने को कहा है.

देहरादून में जलभराव से निपटने के लिए बन रहा मास्टर प्लान (ETV Bharat)

इन मुख्य मार्गों पर बरसात के दिनों में होता है जलभराव: हरिद्वार रोड पर रिस्पना पुल से प्रिंस चौक तक जलभराव होता है. धर्मपुर में एलआईसी भवन, आराघर चौक, सीएमआई चौक के पास, रेसकोर्स चौक से रोडवेज वर्कशॉप तक बड़े पैमाने पर जलभराव होता है. साथ ही शहर के अन्य स्थानों में भी काफी जलभराव देखने को मिलता है.

नगर आयुक्त नमामि बंसल ने बताया है कि बरसाती मौसम में नगर निगम क्षेत्र के कई जगहों पर अधिक जलभराव होता है. इससे आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस सब को ध्यान में रखते हुए नगर निगम बड़ी कार्य योजना बना रहा है. इसमें टेक्नोलॉजी बेस्ड टूल्स का प्रयोग करते हुए एक सर्वे किया जाए. जिससे कि किस क्षेत्र में जलभराव होता है? ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जा सके. सिंचाई विभाग द्वारा जिस तरह से सर्वे किया गया है. इस टूल्स के जरिए ही नगर निगम कार्य करेगा.

ये भी पढ़ें: देहरादून में जलभराव से 'सरकार' भी परेशान, नालों की कैरिंग कैपेसिटी को बताया कारण, बनाया जा रहा नया प्लान

देहरादून: नगर निगम देहरादून मॉनसून सीजन में आने वाली परेशानियों से निपटने की तैयारी में जुट गया है. नगर निगम मेयर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मंथन की. जिसके बाद सिंचाई विभाग जल निकासी को लेकर प्लान तैयार करेगा. दरअसल हर साल मॉनसून आने के बाद बरसात में सड़कें जलमग्न हो जाती हैं. गली मोहल्ले तालाब बन जाते हैं. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

पिछले 16 साल से देहरादून का ड्रेनेज प्लान फाइलों में है. जिस पर अब मंथन किया जा रहा है. शहर के 100 वार्डों के लिए तैयार होने वाले ड्रेनेज मास्टर प्लान के लिए दो साल पहले सर्वे शुरू हुआ था. लेकिन अभी तक डिजाइन तैयार नहीं हुआ. लेकिन अब सिंचाई विभाग की ओर से कराए गए सर्वे में देहरादून को तीन जोन में बांटकर 210 वर्ग किमी क्षेत्रफल में जल निकासी की स्थायी व्यवस्था बनाने की तैयारी है. लेकिन इसको धरातल पर उतारने के लिए नगर निगम को शंका है. इसलिए मेयर ने सिंचाई विभाग को शहर के लिए एक छोटा और जल्द धरातल पर उतरने वाला प्लान बनाने को कहा है.

देहरादून में जलभराव से निपटने के लिए बन रहा मास्टर प्लान (ETV Bharat)

इन मुख्य मार्गों पर बरसात के दिनों में होता है जलभराव: हरिद्वार रोड पर रिस्पना पुल से प्रिंस चौक तक जलभराव होता है. धर्मपुर में एलआईसी भवन, आराघर चौक, सीएमआई चौक के पास, रेसकोर्स चौक से रोडवेज वर्कशॉप तक बड़े पैमाने पर जलभराव होता है. साथ ही शहर के अन्य स्थानों में भी काफी जलभराव देखने को मिलता है.

नगर आयुक्त नमामि बंसल ने बताया है कि बरसाती मौसम में नगर निगम क्षेत्र के कई जगहों पर अधिक जलभराव होता है. इससे आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस सब को ध्यान में रखते हुए नगर निगम बड़ी कार्य योजना बना रहा है. इसमें टेक्नोलॉजी बेस्ड टूल्स का प्रयोग करते हुए एक सर्वे किया जाए. जिससे कि किस क्षेत्र में जलभराव होता है? ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जा सके. सिंचाई विभाग द्वारा जिस तरह से सर्वे किया गया है. इस टूल्स के जरिए ही नगर निगम कार्य करेगा.

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