हजारीबागः जिला में पिछले 6 महीने में चार बार हिंसक झड़प और मारपीट की घटना हुई है. इसे लेकर राजनीति भी गर्म हो रही है. भाजपा ने इसे मुद्दा बनाते हुए हमलावर रुख एख्तियार कर लिया है.
हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने इस हिंसा को लेकर जिला प्रशासन पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि कमजोर प्रशासनिक तंत्र के कारण ही क्षेत्र में ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जिसके कारण आम जनता से लेकर बेकसूर लोग प्रभावित हो रहे हैं.
हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने बरकट्ठा में हुए दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प के पीछे का कारण कमजोर प्रशासनिक तंत्र को बताया है. उन्होंने यह भी कहा कि हजारीबाग में बार-बार इसी तरह की घटना घट रही है जो कहीं ना कहीं प्रशासनिक चूक को दर्शाता है. लोगों का प्रशासन के प्रति डर समाप्त हो गया है. प्रशासन अगर शक्ति से काम करें तो घटना की पुर्नवृत्ति नहीं होती.
सांसद ने कहा कि जब इस तरह की घटनाएं होती हैं तो करता कोई और है और केस किसी और पर होता है. केस दोनों पर होता है प्रशासन बराबरी का काम करती है. क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है. यही कारण है कि दोनों ओर से पथराव की घटना हुई है. प्रशासन को यह देखना चाहिए कि घटना को सबसे पहले किसने अंजाम दिया और किसकी गलती है. वहीं उन्होंने कश्मीर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पत्थरबाजी बंद हो गयी. क्योंकि प्रशासन ने कदम उठाया और सक्रियता से कार्रवाई की. सरकार ने चाहा तो वहां पत्थरबाजी बंद हो गयी. अब झारखंड में अगर सरकार चाहेगी तो यहां भी बंद हो जाएगी.
इसे भी पढ़ें- एसपी ने किया सोशल मीडिया की खबर का खंडन, बोले- हिंसा में नहीं हुई किसी की मौत
इसे भी पढ़ें- बरकट्ठा में दो पक्ष के बीच हिंसक झड़प के बाद हालात सामान्य, एसपी ने संभाला मोर्चा
इसे भी पढ़ें- बरकट्ठा में हिंसक झड़प, पथराव और आगजनी, घटनास्थल पुलिस छावनी में तब्दील