भोपाल: मध्य प्रदेश कुक्कुट विकास निगम के संविदा कर्मचारी बीते 2 अप्रैल से आंदोलन कर रहे हैं. इन कर्मचारियों की मुख्य 4 मांगे हैं, जो सरकार नहीं मान रही है. इन मांगों को पूरा कराने के लिए ही कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार को सविंदा कर्मचारियों ने भूख हड़ताल कर अपना विरोध जताया. बता दें कि इससे पहले कुक्कुट विकास निगम के ये संविदा कर्मचारी 1 से 7 जनवरी 2025 में भी हडत्रताल कर चुके हैं. तब प्रबंधन ने 7 दिन में आदेश जारी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 3 महीने का समय बीतने के बाद भी आदेश जारी नहीं हुआ. जिससे कर्मचारी आक्रोशित हैं.
मंत्री-विधायकों से जुटाएंगे समर्थन
मध्य प्रदेश संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि "शुक्रवार को सभी संविदा कर्मचारियों ने आंदोलन के 10वें दिन भूख हड़ताल की है. अब मंत्री-विधायकों से मिलकर उनको अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपेंगे. यदि इसके बाद भी हमारी मांगों पर सुनवाई नहीं होती तो सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैंठेंगे.
राठौर ने बताया कि कुक्कुट विकास निगम के संविदा कर्मचारी 22 जूलाई 2023 की संविदा नीति के तहत वेतन और सुविधाओं की मांग कर रहें हैं. इससे पहले भी संविदा कर्मचारी कई तरह से आंदोलन कर चुके हैं, कभी चारा खाकर तो कभी मौन रहकर आंदोलन जारी है.
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पशुपालन विभाग घुमा रहा फाइल
रमेश राठौर ने बताया कि "कुक्कुट विकास निगम ने समान्य प्रशासन विभाग से 22 जूलाई 2023 की नीति के तहत यह मार्गदर्शन मांगा है कि क्या हम अब आदेश जारी कर सकते हैं. इसलिए अब तक संविदा कर्मचारियों की फाइल घूम रही है. जबकि इस मार्गदर्शन का कोई औचित्य नहीं है. नीति एक बार बन जाती है तो वो हमेशा लागू रहती और आदेश कभी भी हो सकते हैं. राठौर ने कहा कि हमारी मुख्य मांग यही है कि 22 जुलाई 2023 को जारी संविदा नीति के तहत सभी कर्मचारियों को वेतन व भत्तों को भुगतान किया जाए."