रीवा: मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों बड़ा भूचाल मचा हुआ है. सत्ताधारी और विपक्ष के नेताओं के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है. दोनों पक्षों के नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज हो चुकी है. कांग्रेस के नेता इन दिनों पार्टी के दिग्गज नेता कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के प्रयास में विंध्य के दौरे में है. जिसके चलते हर जिले में कांग्रेस कमेटी की ओर से कार्यकर्ता सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा है, तो उसी कार्यक्रम के मंच से कांग्रेस के नेता प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी को कई मुद्दों पर घेरने का प्रयास कर रही है.
राजेंद्र शुक्ल को राजनीति में लाने वाला मैं:अजय सिंह राहुल
बीते दिनों सतना जिले में बयान देकर सुर्खियों में आए. कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह राहुल ने गुरुवार को रीवा में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मलेन के मंच से अपने भाषण के दौरान ऐसा बयान दिया, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया. वहीं उनके द्वारा दिए गए बयान का वीडियो अब प्रदेश भर में सुर्खियां बटोर रहा है. मध्य प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे कांग्रेस नेता मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल पर निशाना साधते हुए कहा की." ये जो रीवा के वर्तमान बीजेपी विधायक हैं. इनको राजनीति में हमने लाया" "हमारा बड़ा दुर्भाग्य है की हम इन्हें राजनीति में लाए" "इन्हें युवा कांग्रेस कोषाध्यक्ष का पद हमने दिलाया.
मातृ दर व शिशु दर में पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा कमजोर
कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि "आज वे मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री हैं" "स्वास्थ्य विभाग का बड़ा तमगा उनके पास है" "आज का अखबार उठाकर पढ़ लीजिए रीवा मातृ दर व शिशु दर में पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा कमजोर है. अब बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर स्वास्थ्य मंत्री कर क्या रहे हैं, लेकिन यह बात तो अलग है, हम तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में आए हैं." कांग्रेस नेता द्वारा दिए गए बयान का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
अजय सिंह के बयान पर उप मुख्यमंत्री का तीखा पलटवार
कांग्रेस नेता अजय सिंह द्वारा दिए गए बयान को लेकर उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने भी तीखा प्रहार किया है. राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि "इतने बड़े नेता का इस तरह से बयान देना बेहद हास्यास्पद है "जिन्होंने विंध्य क्षेत्र की दुर्गति कर दी" अगर वह सीधी जाते हैं, तो रास्ते में पड़ने वाली सुरंग हमने बनवाई है. चुरहट में एक छोटी पुल थी, उसको तक वह बड़ा नहीं कर पाए. उसे बीजेपी की सरकार ने किया है. विकास के बारे में ना तो इन लोगों की सोच है और नहीं विकास को ध्यान में रखकर इन लोगों के द्वारा राजनीति की जा रही है. इसी तरह की बयानबाजी करने के कारण कांग्रेस लगातार रसातल की ओर जा रही है."
2003 में बीजेपी की टिकट से विधायक बने थे राजेंद्र शुक्ल
बता दें की राजेंद्र शुक्ल ने सबसे पहले इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव जीत कर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. तब प्रदेश में कांग्रेस का दबदबा कायम था. इसके बाद बीजेपी में शामिल हो गए. राजेंद्र शुक्ल वर्ष 2003 से भारतीय जनता पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं. राजेंद्र शुक्ल ने पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह को हराकर जीत हासिल की थी. उसके बाद से इस विधानसभा सीट से वह लगातार 5 बार से विधायक हैं.
इस दौरान उन्हें कई बार मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल में भी शामिल किया गया. वह मंत्री होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं. वर्तमान में राजेंद्र शुक्ल मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री होने के साथ ही मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री भी है.