भोपाल: मध्य प्रदेश में एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा में फेल विद्यार्थियों की अलग से क्लास लगाई जाएगी. इस मामले में लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है. बता दें कि मध्य प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में 15 जून से नवीन सत्र की शुरुआत होने जा रही है. लेकिन 10वीं और 12वीं की परीक्षा में असफल रहे विद्यार्थियों के लिए 2 जून 2025 से विशेष कक्षाएं लगाई जाएंगी.
2 से 14 जून तक लगेगी स्पेशल क्लास
बता दें कि इस बार 15 जून से स्कूलों का सत्र शुरू हो रहा है. अभी स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होगी. ऐसे में बोर्ड की द्वितीय परीक्षा और पूरक परीक्षाएं कराना भी चुनौती है. इसीलिए प्रदेश में जितने विद्यार्थी अनुत्तीर्ण यानि फेल हुए, कम अंक लेकर आये या फिर पूरक की पात्रता हासिल की है, उनके बेहतर एग्जाम तैयारी कराने के लिए विभाग ने नये तरीके से पृथक तैयारियां की हैं. शिक्षक 1 जून से स्कूलों में ड्यूटी पर पहुंचेंगे. जबकि 2 जून से दूसरी परीक्षा में बैठने वाले बच्चों की स्पेशल कक्षाएं लगाएंगे. 14 जून तक इन विद्यार्थियों को इन क्लासों में पढ़ाया जाएगा.
17 जून से शुरू होगी द्वितीय परीक्षा
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं एवं 12वीं की द्वितीय परीक्षाएं 17 जून से निर्धारित की है. इनके आवेदन भरने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है. हाइस्कूल की परीक्षाएं 17 से 26 जून तक होना है, जबकि बारहवीं की द्वितीय परीक्षा 17 जून से पांच जुलाई तक चलेगी. कम समय में इन विद्यार्थियों की संपूर्ण तैयारियों के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह बच्चों की कमजोरियों को पकड़ें. कक्षाओं में जितना पढ़ाएं, उसका दूसरे दिन रिवीजन कराएं.
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द्वितीय परीक्षा में शत प्रतिशत रिजल्ट का लक्ष्य
लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने बताया कि "हमारा लक्ष्य है कि द्वितीय या पूरक परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों का शत-प्रतिशत रिजल्ट होना चाहिए. इसलिए हमने 2 जून से द्वितीय परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों की विशेष कक्षाएं लगाने का निर्णय लिया है. इसके लिए जिलों में निर्देश जारी कर दिए गए हैं. बता दें कि स्कूल सत्र के बीच परीक्षाएं कैसे हो, किस प्रकार बच्चों की तैयारी कराई जाए? इस पर पिछले एक सप्ताह से मंथन चल रहा था. लेकिन अब स्थिति स्पष्ट हो गई है.