उमरिया: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार को उमरिया जिले के पाली में राज्य स्तरीय पेसा सम्मेलन में शामिल हुए. जहां वो जनजातीय समाज के पारंपरिक रीति रिवाज में रंगे नजर आए. सीएम ने पेसा पंचायत में ग्राम सभा के प्रतिनिधियों के सम्मेलन को भी संबोधित किया.
कई विकास कार्यों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पाली में राज्य स्तरीय पेसा महासम्मेलन में कई विकास कार्यों का लोकार्पण किया. जिसमें 39.4 करोड़ की लागत से 22 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया. 14.71 करोड़ की लागत से चार निर्माण कार्य का भूमि पूजन कर क्षेत्र वासियों को सौगात दी गई. इसके अलावा भी मुख्यमंत्री ने कई हितग्राहियों हितलाभ का वितरण किया.

लाड़ली बहना पर फिर छेड़ी राग
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभा को संबोधित करते हुए "लाड़ली बहना योजना को लेकर फिर से बड़ी बात कही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग चिंता ना करिए सरकार बनी तो ₹1000 रुपये महीना बहनों को दे रहे थे, रक्षाबंधन पर ढाई सौ रुपए दिए, इस साल फिर मिलने वाले हैं और धीरे-धीरे करके यह पैसा 3000 महीना तक दिया जाएगा. जिससे बहनों की जिंदगी बदल जाएगी.
मध्य प्रदेश बनेगा दूध की राजधानी
इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने "दूध को लेकर भी बड़ी घोषणा की है. जिसमें उन्होंने कहा है कि आप लोग चिंता ना करें. अगर आपके घर में गाय, भैंस हैं. दूध का उत्पादन कर रहे हैं, तो हमारी सरकार अब दूध उत्पादन को भी बढ़ावा देने वाली है. दूध उत्पादन में अभी मध्य प्रदेश पूरे देश में तीसरे नंबर पर है. 9% दूध हमारे यहां होता है, लेकिन हमने संकल्प लिया है कि मध्य प्रदेश को दूध की राजधानी बनाएंगे. हमारे यहां तो हजारों साल से दूध दही की नदियां बहती रही हैं.

कांग्रेस पर कसा तंज
इसके साथ ही बातों ही बातों में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर भी बड़ा निशान साधा. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि "जब गोपाल कृष्ण की बात करते हैं, तो हमारे विरोधी कांग्रेसी कहते हैं कि आप भगवान का नाम क्यों लेते हो और मेरे समझ में नहीं आता है, अगर भगवान का नाम नहीं लेंगे, तो क्या कंस और रावण का नाम लेंगे. इनको तो शर्म आती नहीं है, यह तो कभी यह बात करते नहीं हैं. हम जब करते हैं, तो पता नहीं इनको क्या हो जाता है.

हर जिले में शव वाहन दिए जाने की घोषणा
इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक और बड़ा ऐलान किया है. जिसमें प्रदेश के हर जिले में शववाहन दिए जाने की घोषणा की. सीएम ने कहा है कि किसी को भी शव लाने ले जाने में दिक्कत नहीं होगी. अस्पताल में गरीब मरीज की मौत होने पर शव को उसके घर पहुंचाने का काम सरकार का है.