मध्य प्रदेश में चंबल पार्वती का विकराल रुप, मुरैना श्योपुर भिंड और दतिया में बाढ़ का अलर्ट
नदियों के उफान से घिरे कई गांव, जमकर बरस रही आफत, राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश तक आफत ही आफत.

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : August 25, 2025 at 12:29 PM IST
श्योपुर/मुरैना : मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में चंबल नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. चंबल नदी खतरे के निशान 138 मीटर को पार करते हुए 139 मीटर पर बह रही है. इससे जिले में भयानक हालात बन गए हैं. वहीं, राजस्थान में भारी बारिश का असर मध्य प्रदेश पर भी पड़ रहा है. यहां से श्योपुर की कूनो और पार्वती नदियों में भारी जलराशि आने से बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है. वहीं, मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश का दौर जारी है, जिसकी वजह से मुरैना से लेकर श्योपुर तक हाई अलर्ट जारी किया गया है.
श्योपुर में आफत ही आफत
अगस्त के आखिरी दिनों में आसमान से बरस रही झमाझम बारिश अब श्योपुर जिले के लिए आफत बनकर सामने आ रही है. पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जिले की नदियों और नालों को उफान पर ला दिया है. पार्वती, सुंडी और चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. हालात यह हैं कि सांड गांव चारों तरफ से पानी से घिर गया है. सड़कें बह जाने से श्योपुर का सवाई माधोपुर सहित राजस्थान के कई शहरों से संपर्क पूरी तरह कट चुका है.

मानपुर प्रमुख मार्ग भी डूबा
मानपुर से जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग भी पानी में डूब गया है. ऐसे में लोगों का एक जगह से दूसरी जगह जाना मुश्किल हो गया है. कुछ लोग अब भी जान का खतरा उठाकर पानी में डूबी पुल पुलिया और सड़कों को पार करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है.
घरों में घुसा पानी, कॉलोनियां बनी तालाब
बारिश का सबसे ज्यादा असर बड़ौदा नगर और जिला मुख्यालय पर देखा जा रहा है. बड़ौदा की गलियों से लेकर मुख्य चौक तक हर जगह पानी भर गया है. वहीं, श्योपुर शहर की डॉक्टर कॉलोनी तालाब में तब्दील हो गई है. कई घरों में बारिश का पानी घुसने से लोग घरों के अंदर कैद होकर रह गए हैं. गांव-गांव में खतरे की स्थिति बनी हुई है. लोगों को हर पल यह डर सताता है कि कब कौन सा नदी नाला उफान पर आ जाए और कोई अनहोनी हो जाए.

ग्रामीणों की आपबीती
सुंडी गांव के ग्रामीण रामहेत बताते हैं, '' गांव चारों तरफ से पानी से घिर गया है. खेत डूब गए हैं, रास्ते कट गए हैं. अब गांव से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. खाने पीने का सामान खत्म होने की कगार पर है. प्रशासन को तुरंत राहत पहुंचानी चाहिए.''

प्रशासन की अपील और खतरे की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले घंटों में भी तेज बारिश की संभावना है. प्रशासन ने नदी नालों के पास न जाने की सख्त हिदायत दी है. डूबे हुए पुल और रास्तों को पार करने का जोखिम न उठाने की अपील की गई है. जब तक बारिश थमे नहीं तब तक अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित रहें.

मुरैना में खतरे की घंटी
मुरैना जिले में भी हालात काफी बिगड़े हुए हैं. चंबल खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, सांक नदी अचानक उफान पर आ गई है. इससे कई गांवों में बाढ़ आ गई है. वहीं नदी में आई अचानक बाढ़ की वजह से एक आदिवासी युवक राजू बीच में फंस गया. एनडीआरएफ की टीम ने 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद राजू को रेस्क्यू किया. प्रशासन के मुताबिक चंबल नदी का जल स्तर अभी और ऊपर जा सकता है. इसकी वजह से पूरे क्षेत्र में अलर्ट है.

