सागर: सोमवार को सीएम मोहन यादव बीना के दौरे पर रहे. यहां उन्होंने कई सौगातें दी. बीना को जिला बनाए जाने की मांग को मुख्यमंत्री ने परिसीमन आयोग की रिपोर्ट आने तक का इंतजार करने को कह दिया. इसके अलावा सीएम ने लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत 1574 करोड़ की राशि ट्रांसफर की. वहीं, बीना में 215 करोड़ के विकास कार्यों का भूमि पूजन भी किया.
कई परियोजनाओं का लोकार्पण तो कई का भूमि पूजन किया
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 55 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों को 332.43 करोड़ की राशि ट्रांसफर की. सीएम ने बीना रिफाइनरी में स्थापित किया जा रहे पेट्रोकेमिकल कांपलेक्स के मॉडल का अवलोकन किया. गौरतलब है कि, पिछले साल विधानसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिले में 50 हजार करोड़ की लागत से बनाए जा रहे पेट्रोकेमिकल परिसर की आधारशिला रखी थी. इसके अलावा डॉ. यादव ने 215.18 करोड़ से अधिक के करीब 22 मार्गों व निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया.
बीना रवाना होने के पहले साफ कर दी तस्वीर
मुख्यमंत्री के इस दौरे पर बीना जिले की घोषणा करने के भी कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन उन्होंने बीना रवाना होने से पहले ही कह दिया कि, हमने परिसीमन आयोग का गठन किया है. उसकी रिपोर्ट के बाद जो नए जिले बनेंगे, उसमें बीना जरूर होगा. हालांकि बीना विधायक निर्मला सप्रे ने मंच से बीना को जिला बनाने की मांग जरूर उठाई, लेकिन सीएम ने अपने संबोधन में दौरे से पहले की बात दोहराते हुए कहा, परिसीमन आयोग की रिपोर्ट आने के बाद बीना सहित प्रदेश में और जिलों का गठन होगा.
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बीना विधायक ने रखी मांगे
बीना विधायक निर्मला सप्रे ने मुख्यमंत्री के सामने बीना को जिला बनाने की मांग रखने के अलावा कई मांगे रखी. जिसमें बीना सिंचाई परियोजना, महाविद्यालय निर्माण के अलावा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की मांग की. विधायक ने बीना में 40 किलोमीटर का रिंग रोड. ऐरन को पर्यटन स्थल घोषित करने और नगर पालिका के लिए आधुनिक भवन की डिमांड की. साथ ही मुख्यमंत्री से किसानों के लिए कृषि उपज मंडी का विस्तार करने की मांग की.