कानपुर: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कानपुर में बने नए संघ कार्यालय केशव भवन का पूजन कर लोकार्पण किया. संघ कार्यालय के अंदर भीमराव अंबेडकर के नाम से हाल भी बनाया गया है. मोहन भागवत ने नारियल तोड़कर और भीमराव अंबेडकर पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यालय में बने हॉल का लोकार्पण किया. साथ ही दफ्तर में बनाई गई भारत माता की प्रतिमा पर दीप जलाकर पूजन भी किया. इस मौके पर संघ प्रमुख भागवत उपस्थित स्वंय सेवकों को भी संबोधित कर रहे हैं.
अपने संबोधन में मोहन भागवत ने कहा कि भारत का इतिहास आपसी मतभेदों से भरा रहा है, जिसका लाभ विदेशी आक्रांताओं ने उठाया. उन्होंने कहा कि हम विभाजन और वैमनस्य में उलझे रहे और इसी कारण भारत को न केवल लूटा गया बल्कि अपमानित भी किया गया. आज जब कोई स्वयं को हिंदू कहता है, तो उसकी जिम्मेदारी बनती है कि वो भारत के पुनर्निर्माण में अपना योगदान दे. उन्होंने स्पष्ट किया कि हिन्दू समाज को संगठित करना आज की आवश्यकता है और यही कार्य संघ वर्षों से करता आ रहा है.
भागवत ने संघ की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ अपने स्वयंसेवकों की प्रतिबद्धता और परिश्रम पर आधारित संस्था है. वह समाज से केवल समाज के कार्यों के लिए सहयोग लेता है, अपने संचालन के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि संघ विलासिता में विश्वास नहीं करता, बल्कि सादगी और श्रम ही उसकी पहचान है. संघ कार्यालयों के निर्माण में भी वही अनुशासन और मानक अपनाए जाते हैं जो नगर निगम जैसी संस्थाओं में होते हैं.
आरएसएस चीफ ने डॉ. भीमराव अंबेडकर और संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार के विचारों की समानता की ओर संकेत किया. उन्होंने बताया कि बाबा साहब ने भी हिन्दू समाज को विषमता से बाहर लाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया. डॉ. अंबेडकर के कराड़ शाखा में शामिल होने का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही उनके और संघ के बीच कुछ वैचारिक अंतर रहे हों, लेकिन उन्होंने संघ को अपनत्व की दृष्टि से देखा.
मोहन भागवत ने कहा कि संघ का कार्य केवल संघ का नहीं, बल्कि पूरे समाज का कार्य है. यदि समाज का प्रत्येक व्यक्ति और परिवार इसमें सहभागी बनता है तो न केवल समाज बल्कि पूरा विश्व लाभान्वित हो सकता है.
5 दिवसीय कानपुर दौरे पर संघ प्रमुख
सोमवार को केशव भवन के लोकार्पण के इसके अलावा मोहन भागवत 15 और 16 अप्रैल को संघ के आयाम सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. इसके साथ ही आरएसएस चीफ 17 अप्रैल को प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे. संघ प्रमुख प्रांत में हो रहे कार्यों की समीक्षा भी करेंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 16 अप्रैल को कानपुर आ कर संघ प्रमुख से मुलाकात कर सकते हैं.
रविवार को दिल्ली से पहुंचे थे कानपुर
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत रविवार को दिल्ली से वंदे भारत ट्रेन से देर शाम कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचे. जहां उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग के जरिये कारवालो नगर स्थित संघ कार्यालय केशव भवन ले जाया गया. संघ प्रमुख की अगुवाई करने बड़ी संख्या में संघ के स्वंयसेवक और बीजेपी के नेता रेलवे स्टेशन पहुंचे हुए थे.
#WATCH | Uttar Pradesh: Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) chief Mohan Bhagwat arrives in Kanpur. He will attend several programmes here. pic.twitter.com/P8wrRvHSma
— ANI (@ANI) April 13, 2025
सुरक्षा के तगड़े इंतजाम : केशव भवन में आरएसएस चीफ मोहन भागवत रुके हुए हैं. जिसके चलते कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है. केशव भवन के चारों तरफ बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं.
यह भी पढ़ें:कानपुर पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत; केशव भवन का कल करेंगे उद्घाटन, पांच दिन करेंगे प्रवास