मथुरा: प्रयागराज महाकुंभ से चर्चा में आईं संत और मॉडल हर्षा रिछारिया गुरुवार को धार्मिक नगरी वृंदावन पहुंचीं. बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने के बाद अटला चुंगी स्थित राम मंदिर में भोलेनाथ का अभिषेक किया. वहीं प्रेस वार्ता में हर्षा ने कहा कि सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति को जागृत करने के लिए 14 अप्रैल से वृंदावन से पदयात्रा शुरू होगी. 21 अप्रैल को संभल में यात्रा का समापन होगा. आठ दिन की यात्रा में 175 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.
हर्षा रिछारिया ने बताया कि 14 अप्रैल से पदयात्रा शुरू करने जा रही हूं. इस पदयात्रा का उद्देश्य हिंदू राष्ट्र और हिंदू संस्कृति को जागृत करना है. भारत में कोई भी हिंदू सनातन के प्रति गलत बयानबाजी करता रहता है. अब हिंदू रुकने वाला नहीं है. इस पदयात्रा में साधु संत, युवा, बुजुर्ग सभी लोग शामिल होंगे. पिछले कई महीने से पदयात्रा शुरू करने की सोच रही थी, लेकिन सबसे अच्छा स्थान बांकेबिहारी जी की धरती वृंदावन से 14 अप्रैल को सुबह 9 बजे से पदयात्रा शुरू होगी.
हिंदू राष्ट्र और सनातन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री भी 2025 के अंत में मथुरा से पदयात्रा शुरू करने जा रहे हैं. पिछले दिनों धीरेंद्र शास्त्री जब वृंदावन पहुंचे थे तो उन्होंने साल के अंत में अपनी पदयात्रा शुरू करने की बात कही है. भगवान श्री कृष्ण की नगरी और साधु संतों के आशीर्वाद को लेकर बागेश्वर धाम पदयात्रा अपनी शुरू करेंगे.
हर्षा रिछारिया ने बताया अपने गुरु के आशीर्वाद से पदयात्रा शोभा यात्रा 14 अप्रैल से वृंदावन से शुरू करने जा रही हूं. वृंदावन से अलीगढ़ होते हुए संभल जिले में पदयात्रा का समापन किया जाएगा.