हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में भूकंप के दौरान आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. एसडीआरएफ द्वारा एनडीआरएफ के तकनीकी सहयोग से आयोजित नौंवीं प्रदेश व्यापी मेगा मॉक एक्सरसाइज के तहत जिला हमीरपुर में बचाव एवं राहत कार्यों का अभ्यास किया गया.
मॉक एक्सरसाइज के तहत शुक्रवार सुबह करीब 9:15 बजे रिक्टर पैमाने पर 8.0 की तीव्रता वाले भूकंप को लेकर अलर्ट जारी किया गया. भूकंप का सायरन बजते ही जिला में डीडीएमए के माध्यम से इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम सक्रिय हो गया और आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी अभिहित अधिकारी तुरंत जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (डीईओसी) में पहुंच गए. यहीं पर जिला स्तरीय कमांड पोस्ट स्थापित की गई.
मॉक एक्सरसाइज के बाद डी-ब्रीफिंग सेशन में उपायुक्त और एडीसी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एसडीएमए के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की. मॉक एक्सरसाइज में दिए गए परिदृश्य के अनुसार लगभग 3739 लोगों को भूकंप से प्रभावित बताया गया. 2193 लोगों को घायल बताया गया, जिनमें से 1324 घायलों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया. बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के परिदृश्य के अनुसार भी मॉक एक्सरसाइज की गई.
Hamirpur, Himachal Pradesh: The State Disaster Authority, with technical support from the National Disaster Management Authority, has conducted the ninth mega mock exercise. Starting at 9 AM, during the mock exercise, rescue and relief operations were effectively carried out at… pic.twitter.com/68ipRgSZ07
— IANS (@ians_india) June 6, 2025
मॉक ड्रिल के तहत आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी एडीसी आशुतोष गर्ग ने आईआरएस में निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए. मॉक एक्सरसाइज के लिए पहले से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विभिन्न घटनास्थलों पर सबसे पहले स्थानीय समुदाय के रिस्पांस पर नजर रखी गई और उसके बाद बचाव दलों को घटनास्थलों के लिए रवाना किया गया.
एडीसी एवं मॉक एक्सरसाइज के जिला स्तरीय इंसीडेंट कमांडर अभिषेक गर्ग ने विभिन्न टीमों को रवाना करने के निर्देश दिए. जबकि, उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने कंट्रोल रूम से इस पूरी मॉक एक्सरसाइज पर नजर रखी और सभी संबंधित अधिकारियों से पल-पल की रिपोर्ट ली. इस दौरान एसपी भगत सिंह ठाकुर भी उनके साथ मौजूद रहे.
मॉक एक्सरसाइज के लिए विशेष रूप से नियुक्त एनडीआरएफ के ऑब्जर्वर ने भी हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी. मॉक एक्सरसाइज के लिए निर्धारित किए गए परिदृश्य के अनुसार हमीरपुर के बस स्टैंड और डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के भवनों के क्षतिग्रस्त होने और इनमें फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए गए. इसके लिए बहुतकनीकी कालेज बड़ू के मैदान में स्टेजिंग एरिया बनाया गया, जहां से एसडीएम संजीत सिंह ने बचाव एवं राहत कार्यों को संचालित किया.
बता दें कि सुजानपुर उपमंडल में एसडीएम विकास शुक्ला के नेतृत्व में मिनी सचिवालय सुजानपुर के भवन में फंसे लोगों को बाहर निकालने और गांव जोल पलाही में ब्यास का जलस्तर बढ़ने पर स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभ्यास किया गया.
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