मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के बेनीबाद थाना क्षेत्र के रमौली गांव में सोमवार की रात मॉब लिंचिंग की घटना हुई है. भीड़ ने एक युवक को भैंस चोरी के शक में पीट-पीटकर मार डाला. घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब एक ग्रामीण की नींद रात को भैंस की घंटी की आवाज से खुली. जब उसने बाहर देखा, तो भैंस खूंटे पर नहीं थी. इसी दौरान उसकी नजर एक युवक पर पड़ी, जिसे उसने चोर समझ लिया और शोर मचा दिया.
युवक की पीट-पीटकर हत्या: शोर सुनकर ग्रामीणों उसे घेर लिया और बिना किसी पुष्टि के युवक की पिटाई शुरू कर दी. इस हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उसे अस्पताल भेजा गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. मृतक की पहचान कटरा थाना क्षेत्र के धनौर गांव निवासी कमलेश साहनी के रूप में हुई है.

कैसे हुई वारदात?: दरअसल, कमलेश साहनी अपनी बहन के बुलावे पर समस्तीपुर के चक महासी थाना क्षेत्र जा रहा था. जहां उसकी बहन ईंट भट्टे पर काम करती थी. रास्ते में बेनीबाद थाना क्षेत्र के रमोली गांव के पास ग्रामीणों ने उसे घेर लिया. बताया जा रहा है कि गांव में पिछले तीन दिनों में दो भैंसों की चोरी हुई थी. जिससे ग्रामीण आक्रोशित थे. शक के आधार पर कमलेश को पकड़कर सुनसान बगीचे में बेरहमी से पीटा गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
"मृतक कटरा थाना क्षेत्र के धनौर गांव का रहने वाला था और अपनी बहन के यहां काम के सिलसिले में जा रहा था. ग्रामीणों ने उसे भैंस चोरी के शक में पकड़कर पीट दिया जिससे उसकी मौत हो गई. परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी."- विद्या सागर, ग्रामीण एसपी, मुजफ्फरपुर
परिजनों में मातम: घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए छानबीन शुरू कर दी है और जल्द ही गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है. हत्या के बाद ग्रामीणों ने शव को एक ग्रामीण के दरवाजे पर रख दिया और आरोपी फरार हो गए. एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) टीम को भी बुलाया गया. जांच में मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिला है. शव को पोस्टमार्टम के लिए श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज भेज दिया.
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